Edited By Anil dev,Updated: 24 Sep, 2020 11:01 AM
अगर कोरोना को लेकर लापरवाह हैं तो सतर्क हो जाएं। बेशक कोरोना वायरस संक्रमण को आप हल्के में ले रहे हैं, लेकिन आपकी यही सोंच आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के साथ रहने की अभी आदत डालनी होगी।
नई दिल्ली(नवोदय टाइम्स): अगर कोरोना को लेकर लापरवाह हैं तो सतर्क हो जाएं। बेशक कोरोना वायरस संक्रमण को आप हल्के में ले रहे हैं, लेकिन आपकी यही सोंच आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के साथ रहने की अभी आदत डालनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कोरोना के तेजी से बढ़ते हुए मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है।
मंत्रालय के मुताबिक आने वाले अगले तीन महीने बड़ी चुनौती होगी। सर्दियों के दौरान वायरस का प्रभाव और भी ज्यादा घातक हो सकता है, जबकि आने वाले त्योहारी सीजन में संक्रमण के फैलने की गति और भी ज्यादा तेज हो सकती है।
आने वाले 3 महीने बड़ी चुनौती
देश में मंगलवार को कोरोना का आंकड़ा 55 लाख के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने तेजी से बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जाहिर की है। मंत्रालय के मुताबिक, आने वाले अगले तीन महीने बड़ी चुनौती होगी। सर्दियों में वायरस और घातक हो सकता है. यही नहीं, आने वाले दिन त्योहारों का सीजन है उस समय संक्रमण और तेजी से फैल सकता है।
इस महीने के अंत में कोरोना का चरम संभव
दुनियाभर में चल रहे स्ट्रेन को गौर करें तो भारत में चल रहे वायरस का टे्रंड इस महीने या अगले महीने में चरम पर होगा। अगले कुछ महीने में महामारी का तेज होना महज आशंका है लेकिन संक्रमण की स्थिति जारी रहेगी। दिल्ली में संक्रमण 40 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। ऐसा मानना है कि 60 प्रतिशत का आंकड़ा आते-आते हम हर्ड इम्यूनिटी तक पहुंच जाएंगे लेकिन यह बात अभी साफ नहीं है।
आदत में सुधार नहीं किया तो होगा बड़ा खतरा: डॉ. जुगल किशोर
सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक मेडिसिन विभाग के निदेशक और एचओडी प्रो. जुगल किशोर के मुताबिक जो लोग कोरोन संक्रमण से उबर चुके हैं, यह देखा जा रहा है कि उनके शरीर से एंटीबॉडी दो से तीन महीनों में ही खत्म हो जा रही है, लेकिन सकारात्मक पहलु यह है कि ऐसे लोगों को दोबारा संक्रमण होने को जोखिम कम ही रह जाता है।