Edited By Riya bawa,Updated: 05 Apr, 2020 02:15 PM
कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से निपटने के लिए भारतीयों वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हासिल की है। वैज्ञानिक तथा...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से निपटने के लिए भारतीयों वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हासिल की है। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) से जुड़े जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) के वैज्ञानिकों द्वारा पेपर-स्ट्रिप आधारित परीक्षण किट बनाई है। इसकी मदद से कम समय में संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।
अन्य मुकाबले सस्ती है ये किट
आईजीआईबी के वैज्ञानिक डॉ. सौविक मैती और डॉ. देबज्योति चक्रवर्ती की अगुवाई वाली टीम द्वारा विकसित यह किट एक घंटे से कम समय में कोरोना वायरस (एसएआरएस-सीओवी-2) के वायरल आरएनए का पता लगा सकती है। खास बात यह है कि फिलहाल परीक्षण विधियों के मुकाबले पेपर-स्ट्रिप किट काफी सस्ती है।
जल्द ही लाया जाएगा उपयोग में
एक बार इसके विकसित होने और व्यापक प्रयोग से कोरोना जांच से निपटने में मदद मिल सकती है। परीक्षण पूरा होने के बाद इसका उपयोग जांच के लिए किया जा सकेगा। इसके उपयोग से परीक्षण की लागत करीब 500 रुपये आती है। वैज्ञानिक इस टूल पर दो साल से काम कर रहे हैं। जनवरी के अंत में, चीन में कोरोना का प्रकोप बढ़ा तो कोविड-19 का पता लगाने में इसका प्रयोग किया। किट के विकास से जुड़े प्राथमिक परिणाम उत्साहजनक हैं। नियामक निकायों से अनुमति मिलने के बाद किट का उपयोग परीक्षण के लिए किया जा सकता है। अगर सब कुछ सही है तो जल्द ही इसको उपयोग में लाया जाएगा।