Edited By shukdev,Updated: 31 Jan, 2020 06:09 PM
सीमा की पहरेदारी करने वाले बल आईटीबीपी ने कोरोना वायरस से प्रभावित संदिग्ध लोगों को बुनियादी चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए दिल्ली में 600 बिस्तरों वाला पृथक केंद्र तैयार किया है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि दक्षिण पश्चिम...
नई दिल्ली: सीमा की पहरेदारी करने वाले बल आईटीबीपी ने कोरोना वायरस से प्रभावित संदिग्ध लोगों को बुनियादी चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए दिल्ली में 600 बिस्तरों वाला पृथक केंद्र तैयार किया है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडे ने बताया कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली के छावला इलाके में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) कैंप में यह व्यवस्था शुरू कर दी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर की जा रही तैयारियों के तहत 600 बिस्तरों वाले इस केंद्र में 25 डॉक्टरों की एक टीम मौजूद रहेगी।
इस टीम में 15 सफदरजंग अस्पताल के और 10 आईटीबीपी के डॉक्टर होंगे। पांडे ने बताया कि संक्रमण के संदिग्ध मरीज के वास्ते बनाए गए पृथक केंद्र पर बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है । यहां पर आईटीबीपी कर्मियों की आवासीय इकाई है, जो खाली है । एअर इंडिया के विशेष विमान से चीन के हुबेई प्रांत से लाए जा रहे लोगों को हवाई अड्डे पर प्रथम स्तरीय जांच के बाद यहां लाया जाएगा।
इस भवन परिसर में वाई-फाई जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ ही रसोईघर और शौचालय भी हैं। करीब 90,000 कर्मियों वाला आईटीबीपी चीन के साथ लगी 3,488 किलोमीटर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की हिफाजत करता है। यह बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है। सेना ने भी मानेसर (हरियाणा) में इसी तरह का इंतजाम किया है ।