Edited By Riya bawa,Updated: 05 Apr, 2020 02:49 PM
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोरोना के हॉटस्पॉट क्षेत्रों...
नई दिल्ली: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोरोना के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में संक्रमण के लिए जारी एंटीबॉडी-आधारित ब्लड परीक्षण के लिए नया प्रोटोकॉल निर्धारित किया है। शीर्ष चिकित्सा अनुसंधान निकाय ने क्लस्टर क्षेत्रों में रिपोर्टिंग के लिए एक नई रणनीति तैयार की है, जहां बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं।
आईसीएमआर ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) के मामलों की निगरानी की जाएगी और इन्हें सर्विलांस अधिकारी या अतिरिक्त जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जानकारी में लाया जाएगा।
आईसीएमआर के डॉक्टर आर गंगा खेड़कर ने कहा, 'हमने कई हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान की है जहां बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे हैं और यहां यह पता लगाने के लिए कि बीमारी क्षेत्र में फैल रही है या नहीं एंटीबॉडी टेस्ट सबसे उपयुक्त हैं। इसके अलावा एंटीबॉडी टेस्ट जल्द परिणाम देते हैं। यदि त्वरित एंटीबॉडी टेस्ट में कोई व्यक्ति पॉजिटिव आता है तो उसे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन (एकांतवास) में रखा जाना चाहिए। पुष्टि के लिए उसका आरटी-पीसीआर टेस्ट भी करना चाहिए। इसके लिए सभी ज़रूरतो का ध्यान रखा जाएगा।