कोरोना वायरस (Covid-19) संकट के बीच रोम में फंसे 263 भारतीय छात्रों को एयर इंडिया की फ्लाइट (Air India) रविवार, 22 मार्च को भारत लाया गया था। भारतीय छात्रों को इटली से लाने पर एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल समेत उनके क्रू की काफी तारीफ हो रही है। इटली में इन दिनों जैसे हालात हैं वहां से अपने लोगों को वापिस लाकर एयर इंडिया के क्रू ने जहां अपनी जान जोखिम में डाली
नई दिल्लीः कोरोना वायरस (Covid-19) संकट के बीच रोम में फंसे 263 भारतीय छात्रों को एयर इंडिया की फ्लाइट (Air India) रविवार, 22 मार्च को भारत लाया गया था। भारतीय छात्रों को इटली से लाने पर एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल समेत उनके क्रू की काफी तारीफ हो रही है। इटली में इन दिनों जैसे हालात हैं वहां से अपने लोगों को वापिस लाकर एयर इंडिया के क्रू ने जहां अपनी जान जोखिम में डाली वहीं इन 263 भारतीयों के परिवारों के चेहरे पर खुशी भी ला दी। एयर इंडिया के इस क्रू ने देश को एक बड़े संदेश भी दिया कि संकट कैसा भी हो हम सब एक हैं और एक-दूसरे की सुरक्षा सबसे पहले हैं।
वहीं एयर इंडिया की कमर्शल पायलट स्वाति रावल की अहमदाबाद में काफी तारीफ हो रही है तो पूरा देश उनके जज्बे को सलाम कर रहा है। कमर्शल पायलट स्वाति रावल के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी और पूरी क्रू पर गर्व है कि उन्होंने खुद से पहले देश के बारे में सोचा। उन्होंने बताया कि स्वाति के इरादे पक्के थे कि वो इटली जाएगी और वहां फंसे लोगों को लेकर आएगी। स्वाति दो बच्चों की मां है। स्वाति ने रायबरेली से कमर्शल पायलट ट्रेनिंग ली थी और वह 2006 से एयर इंडिया के साथ काम कर रही हैं। बता दें कि इटली से आए 263 छात्रों को 14 दिन के लिए दिल्ली में ITBP छावला क्वारेंटाइन फैसिलिटी में रखा जाएगा जहां उनका टेस्ट होगा।
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