Edited By Anil dev,Updated: 19 Sep, 2020 03:45 PM
कोरोना के चलते पूरी दुनिया में लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। वहीं सऊदी अरब में 450 बेरोजगार भारतीय सड़क पर आकर भीख मांगने को मजबूर हो गए। इनमें से अधिकतर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कश्मीर, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, कर्नाटक,...
नई दिल्ली: कोरोना के चलते पूरी दुनिया में लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। वहीं सऊदी अरब में 450 बेरोजगार भारतीय सड़क पर आकर भीख मांगने को मजबूर हो गए। इनमें से अधिकतर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कश्मीर, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। इन भारतीयों के ज्यादातर वर्क परमिट्स समाप्त हो चुके हैं और वो भीख मांग पर पेट भरकर गुजारा कर रहे हैं। जब इस बात का पता अथॉरिटी को लगा तो उन्होंने सभी भारतीयों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया है। अथॉरिटी ने इन मजदूरों के किराये के घर जाकर उनकी पहचान की और उन्हें जेद्दा के शुमैसी डिटेंशन में भेज दिया। इन मजदूरों में से 39 उत्तर प्रदेश से हैं, 10 बिहार, 5 तेलंगाना और 4-4 महराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक से हैं जबकि एक आंध्र प्रदेश से है।
कोरोना की मार झेल रहे इन लोगों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे है जिसमें वह रोते हुए बता रहे हैं कि हम अपने हालातों की वजह से भीख मांगने को मजबूर हुए क्योंकि हमारे पास कोई नौकरी नहीं बची। वायरल वीडियो में एक मजदूर को अपील करते हुए सुना जा सकता है कि मेरा भाई गुजर गया और मेरी माँ गंभीर है। मैं भारत वापस भेजना चाहता हूं।
मीडिया से बातचीत के दौरान एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया, जब लोकल अथॉरिटी को पता चला कि इन मजदूरों का वर्क परमिट खत्म हो चुका है तो उन्हें डिटेंशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया, जिनके पास वर्क परमिट नहीं है उन्हें डिटेंशन सेंटर ले जाया गया। सामाजिक कार्यकर्ता ने इन भारतीयों की मदद के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी और सऊदी अरब में भारतीय राजदूत औसाफ सईद को पत्र लिखा है।