Edited By Anil dev,Updated: 13 Mar, 2020 06:23 PM
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण दुनियाभर में ठप पड़ रही आर्थिक गतिविधियों के बीच सुप्रीम कोर्ट भी सतर्क हो गया है। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार से अब केवल अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट की अधिसूचना के अनुसार, कोरोना वायरस के वैश्विक...
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण दुनियाभर में ठप पड़ रही आर्थिक गतिविधियों के बीच सुप्रीम कोर्ट भी सतर्क हो गया है। सुप्रीम कोर्ट में सोमवार से अब केवल अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट की अधिसूचना के अनुसार, कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी कोविड- 19 के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय का कामकाज सिर्फ अर्जेंट मामलों तक सीमित रहेगा। सुप्रीम कोर्ट की अधिसूचना में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर मुकदमे से संबंधित अधिवक्ताओं के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को न्यायालय कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना वायरस के दबाव में आईपीएल 15 अप्रैल तक स्थगित किया
वहीं बीसीसीआई ने शुक्रवार को कोविड-19 महामारी के दबाव में झुकते हुए 29 मार्च से शुरू होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग को 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया। बीसीसीआई ने बयान में कहा, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण उत्पन्न हुए हालात के खिलाफ ऐहतियाती कदम के तहत आईपीएल 2020 को 15 अप्रैल 2020 तक स्थगित करने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार ने कहा कि स्वास्थ्य संकट के कारण राजधानी में किसी भी खेल गतिविधि को अनुमति नहीं दी जायेगी और इसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला लिया। दिल्ली आईपीएल की फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स का घरेलू शहर है। भारत में अब तक कोरोना वायरस से पीड़ित 70 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और कर्नाटक में गुरूवार को इस बीमारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। बोर्ड ने बयान में कहा, बीसीसीआई अपने सभी शेयरधारकों और आम लोगों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित और संवेदनशील है और प्रशंसकों सहित आईपीएल से जुड़े सभी लोगों के लिए सुरक्षित क्रिकेटिया अनुभव सुनिश्चित करने को सभी जरूरी कदम उठा रहा है।
उप्र में सभी स्कूल, कॉलेज 22 मार्च तक बंद
दूसरी तरफ कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में निजी तथा सरकारी विद्यालयों, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के सभी स्कूल और कॉलेजों को 22 मार्च तक बंद करने की घोषणा की और कहा कि केवल परीक्षाओं के लिए ही स्कूल खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों से निपटने के लिए बुलाई गयी समीक्षा बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा के सभी स्कूल, कॉलेज 22 मार्च तक बंद रहेंगे लेकिन परीक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में परीक्षायें 23 से 28 मार्च के बीच करायी जाएंगी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस के 11 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें से सात आगरा, दो गाजियाबाद, एक नोएडा तथा एक लखनऊ का मामला है। इनमें से 10 का उपचार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में तथा एक का उपचार लखनऊ के केजीएमयू में चल रहा है।