Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Mar, 2020 11:02 AM
चीन में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस ने अब भारत में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। भारत में अबतक इसके 29 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच हर कोई अपने बच्चों को लेकर चिंतित है कि उन्हें स्कूल भेजा जाए या नहीं। दरअसल इन दिनों बच्चों के एग्जाम...
नेशनल डेस्कः चीन में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस ने अब भारत में अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है। भारत में अबतक इसके 29 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच हर कोई अपने बच्चों को लेकर चिंतित है कि उन्हें स्कूल भेजा जाए या नहीं। दरअसल इन दिनों बच्चों के एग्जाम भी चल रहे हैं। वहीं भारत सरकार की ओर से एक एडवाइज़री जारी की गई है जिसमें स्कूली बच्चों को इस वायरस के बारे में पूरी जानकारी देने को कहा गया है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है और कहा गया कि इस वायरस से संबधित किसी भी मदद के लिए इस पर संपर्क करें।
एडवाइजरी में दी गई हिदायतें
- स्कूल कोशिश करें कि किसी तरह री भीड़ न जुटाई जाए। स्कूल के वक्त एक जगह ज्यादा बच्चों को न जुटाया जाए।
- पिछले 28 दिनों में अगर कोई स्कूली छात्र या स्टाफ ऐसे देश में गया हो जहां पर कोरोना वायरस का असर हो तो उसे तुरंत उसके चेकअप कराया जाए।
- किसी बच्चे को खांसी-जुकाम-बुखार है तो माता-पिता से कहें कि उसे डॉक्टर को जरूर दिखाएं और उसे स्कूल न भेजें।
- टीचर्स बच्चों को हाथ धोने, छींक के दौरान मुंह ढंकने, टिशू के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दें।
- हाथों से मुंह, नाक और आंखों को बार-बार न छुएं।
- दरवाजे के हैंडल, स्विचबोर्ड, डेस्कटॉप, हैंड रेलिंग को बार-बार छूने से बचें।
- स्कूल में जगह-जगह हैंड सैनेटाइजर रखें, जिनमें एल्कोहल की मात्रा हो।
- रेस्ट रूम में साबुन-पानी की सही सुविधा दें।
- हॉस्टल में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें, स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों को समय पर बुलाएं।
- अगर किसी को खांसी-जुकाम या बुखार होता है तो उसे तुरंत इस हेल्पलाइन नबंर 01123978046 पर संपर्क करना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय की इस एडवाइज़री के अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) की ओर से सभी राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखी गई है, जिसमें स्कूल में बच्चों का ध्यान रखने की बात कही गई है।