Edited By Seema Sharma,Updated: 30 Dec, 2020 03:16 PM
देशवासियों को नए साल से पहले कोरोना वैक्सीन पर अच्छी खबर मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक भारत में आज से ही ''कोविशील्ड'' वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। ''कोविशील्ड'' वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की बैठक होनी है। इस...
नेशनल डेस्क: देशवासियों को नए साल से पहले कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) पर अच्छी खबर मिल सकती है। सूत्रों के मुताबिक भारत में आज से ही 'कोविशील्ड' वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। 'कोविशील्ड' वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की बैठक होनी है। इस बैठक में ही 'कोविशील्ड' पर फैसला लिया जाएगा। बता दें कि बुधवार को ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) की ओर से विकसित एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
ब्रिटेन के मेडिसीन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट रेगुलेटरी अथॉरिटी(एमएचआरए) ने यह मंजूरी दी है। कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) भी इसी से जुड़ी है, इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि भारत में कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है। बता दें कि भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट बना रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट के मुताबिक, शुरुआत में भारत में कोविशील्ड की 4-5 करोड़ खुराक का भंडारण किया गया है। जबकि 2021 के अंत तक 30 करोड़ खुराक बनाने की तैयारी है।
ब्रिटेन ने टीके की करीब 10 करोड़ खुराक के ऑर्डर दिए
एमएचआरए का मानना है कि एस्ट्राजेनेका का संग्रहण अन्य वैक्सीन की तुलना में अधिक सुविधाजनक है तथा इसे केवल 2-8 सेल्सियस तापमान में सुरक्षित रखा जा सकता है जिससे इसके परिवहन में आसानी होगी। ब्रिटेन ने टीके की करीब 10 करोड़ खुराक के ऑर्डर दिए हैं जिनमें से चार करोड़ खुराक मार्च के अंत तक मिलने की उम्मीद है। एमएचआरए के मुताबिक ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की पहली खेप की आपूर्ति पहले ही हो चुकी है तथा यहां की फैक्ट्रियों में और वैक्सीन बनाए जाएंगे। इसके अलावा एक करोड़ खुराक के ऑडर्र दिए जा चुके हैं जिनमें 40 लाख खुराक अगले कुछ दिनों में उपलब्ध हो जाएगी।
भारत में पहले कोरोना योद्धाओं के मिलेगी वैक्सीन
भारत में सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, कोरोना वॉरियर्स, 50 की उम्र से अधिक वाले लोग और बीमार लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। भारत में पिछले कई दिनों से कोरोना वैक्सीन के रख-रखाव की तैयारियां युद्ध स्तर पर हो रही हैं।