Edited By vasudha,Updated: 09 Oct, 2019 11:50 AM
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण बिगड़ता पर्यावरण दुनिया के लिए इस समय सबसे बड़ी चिंता है। ऐसे में प्लास्टिक से पैदा होने वाले प्रदूषण को रोकना एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है...
नेशनल डेस्क: जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण बिगड़ता पर्यावरण दुनिया के लिए इस समय सबसे बड़ी चिंता है। ऐसे में प्लास्टिक से पैदा होने वाले प्रदूषण को रोकना एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के सरगुजा (अम्बिकापुर) में प्लास्टिक कचरे से मुक्ति के लिए एक नई योजना की पहल की जा रही है। इस योजना के तहत सड़कों पर आधा किलो प्लास्टिक लाने पर मुफ्त में नाश्ता और एक किलो प्लास्टिक लाने पर भर पेट भोजन दिया जाएगा।
सरगुजा जिले के मुख्यालय अंबिकापुर के नगर निगम ने शहर को साफ-सुथरा और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए गार्बेज कैफे की शुरूआत की है। इस अभियान के तहत कोई भी सड़क पर बिखरे हुए एक किलो प्लास्टिक कैरी बैग लाएगा तो उसे मुफ्त भोजन कराया जाएगा और आधा किलो प्लास्टिक कैरी बैग लाने पर भरपेट नाश्ता कराया जाएगा। यह कैफे घंटे खुला रहेगा। जहां शहर की सड़कों से एक किलो प्लास्टिक लाने पर मुफ्त में भोजन तथा आधा किलो पर नाश्ता दिया जाएगा।
जितने लोग सड़कों से प्लास्टिक बीनकर लाएंगे उन्हें यहां मुफ्त भोजन कराया जाएगा। भोजन में चावल, रोटी, दाल, के अलावा दो प्रकार की सब्जी, रायता, अचार पापड़ के साथ मिठाई भी मिलेगा। वहीं नाश्ते में पूड़ी सब्जी या फिर इडली, समोसे मिलेंगे। यानि की एक व्यक्ति के खाने पर 40 रुपए जबकि नाश्ते पर 20 रुपए खर्च किए जाएंगे।
बता दें कि अंबिकापुर को इंदौर के बाद देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। इस कैफे में इकट्ठा होने वाले प्लास्टिक को सीमेंट उद्योग में आग जलाने और सड़क बनाने के काम में लगाया जाएगा। इससे पहले भी शहर में प्लास्टिक के टुकड़ों और डामर से सड़क बनाई गई है।