Edited By Murari Sharan,Updated: 28 May, 2020 09:23 AM
मां के इलाज के लिए एक परेशान और लाचार शख्स का वीडियो देखने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार से कोरोना संक्रमितों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी...
नई दिल्ली/डेस्क। दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने केजरीवाल सरकार (Kejriwal Govt) और केंद्र सरकार (Central Govt) से कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने एक वीडियो पर स्वत: संज्ञान लिया है। इस वीडियो में धर्मेंद्र भारद्ववाज नाम के एक शख्स ने दिल्ली और केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमितों के लिए की गई व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
वीडियो में हेल्पलाइन नंबरों को लेकर सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैया को उजागर किया गया है। वीडियो में शख्स ने बताया कि उसकी मां कोरोना पीड़ित है। उसे अपनी मां के वेंटिलेटर के लिए दर-दर भटकना पड़ा। उसने जब दिल्ली और केंद्र सरकार के हेल्पलाइन नंबरों पर फोन किया तो वहां से भी कोई मदद नहीं मिली।
3 जून से होगी मामले की सुनवाई
जस्टिस विपिन सांघी और रजनीश भटनागर की डिवीजन बेंच ने इस मामले में एक न्यायमित्र नियुक्त किया है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से इम मामले में जवाब मांगा है। इसके साथ ही दोनों सरकारों द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबरों की कार्यक्षमता की स्टेटस रिपोर्ट भी कोर्ट ने मांगी है। 3 जून से इस मामले की चीफ जस्टिस डीएम पटेल सुनवाई करेंगे।
हेल्पलाइन नंबरों पर दी जाए ये जानकारी
वहीं कोर्ट ने सरकार को कहा है कि जीएनसीटीडी के हेल्पलाइन नंबरों पर लोगों को अस्पताल की व्यवस्थाओं और किस अस्पताल में कितने बेड उपलब्ध हैं ये जानकारी भी दी जाए। कॉल करने वालों को उनके आस-पास के इलाके में पड़ने वाले अस्पतालों के विषय में जानकारी दी जानी चाहिए।
प्रतिदिन दिल्ली में कोरोना का ग्राफ ऊपर चढ़ता दिखाई दे रहा है। हर दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। बुधवार को यहां 24 घंटों के अंदर 792 नए कोरोना के मामले सामने आए । इसके बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 15,257 हो गई है। वहीं अब तक 303 लोगों की कोरोना की चपेट में आने के कारण मौत हो गई।