Edited By rajesh kumar,Updated: 16 Jun, 2021 08:36 PM
कोविड-19 की दूसरी लहर डॉक्टरों पर भी कहर बनकर टूटी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौत हुई है। आंकड़ों के अनुसार, बिहार में सबसे ज्यादा 115 डॉक्टरों की...
नेशनल डेस्क: कोविड-19 की दूसरी लहर डॉक्टरों पर भी कहर बनकर टूटी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में 730 डॉक्टरों की मौत हुई है।
बिहार में 115 डॉक्टरों ने गंवाई
आंकड़ों के अनुसार, बिहार में सबसे ज्यादा 115 डॉक्टरों की मौत हुई है। वहीं दिल्ली में 109, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 43, झारखंड 39 और आंध्र प्रदेश में 38 डॉक्टरों की मौत हुई है। आईएमए के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण की पहली लहर में 748 डॉक्टरों की मौत हुई थी। आईएमए से जुड़े एक डॉक्टर ने बताया, ‘‘पिछले साल देश भर में कोविड-19 से 748 लोगों की मौत हुई थी, जबकि दूसरी लहर में, बेहद कम समय में हमने 730 डॉक्टरों को खोया है।
पिछले साल 748 डॉक्टरों ने गंवाई थी जान- IMA
आईएमए के मुताबिक, पिछले साल कोरोना संक्रमण से देश भर में 748 डॉक्टरों की जान गई थी। इस साल फरवरी में पहली लहर के दौरान डॉक्टरों की मौत पर केंद्र सरकार के आंकड़ों को IMA ने गलत बताया था। सरकार ने कहा था कि पिछले साल कोविड से 167 डॉक्टरों की मौत हुई। हालांकि IMA का दावा है कि पिछले साल 734 डॉक्टरों ने संक्रमण से अपनी जान गंवाई।