Edited By Pardeep,Updated: 28 May, 2020 10:09 PM
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि देश की वित्तीय राजधानी को भीड़भाड़ मुक्त करने की जरूरत है, क्योंकि कोविड-19 महामारी के दौरान इस शहर को उच्च जनसंख्या घनत्व के ‘विनाशकारी परिणाम'' झेलने पड़ रहे हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने...
मुंबईः केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि देश की वित्तीय राजधानी को भीड़भाड़ मुक्त करने की जरूरत है, क्योंकि कोविड-19 महामारी के दौरान इस शहर को उच्च जनसंख्या घनत्व के ‘विनाशकारी परिणाम' झेलने पड़ रहे हैं। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने शहर में कोरोना वायरस संक्रमितों की बड़ी संख्या के संदर्भ में यह बात कही।
उन्होंने भविष्य में तैयार होने वाले नए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के साथ-साथ धारावी की टैनरियों को जमीन देने की भी पेशकश की। धारावी अकेले में कोरोना वायरस के 1,600 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि अधिक दबाव की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं भी बंद हो रही हैं।
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक संघ की ओर से आयोजित एक वेबिनार के दौरान गडकरी ने कहा, ‘‘मुंबई को भीड़भाड़ मुक्त बनाने की जरूरत है। इसी भीड़भाड़ की वजह से उसे यह विनाशकारी परिणाम देखने पड़ रहे हैं। यहां बहुत अधिक जनसंख्या घनत्व है और इसकी वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।''
गडकरी के पास सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी है। उन्होंने कहा कि धारावी में करीब डेढ़ लाख लोग विशेष तौर पर चर्म उद्योग में काम करते हैं। उन्होंने मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेसवे के पास जगह दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से संपर्क करके चर्म उद्योग को एक्सप्रेसवे के साथ राज्य में ही स्थानांतरित कर सकती है।