Edited By Seema Sharma,Updated: 21 Aug, 2020 12:49 PM
कर्नाटक के मैसूर जिले में कोविड ड्यूटी में तैनात 43 वर्षीय सरकारी डॉक्टर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक के सहयोगियों ने आरोप लगाया कि वह काम के दबाव में थे। राज्य सरकार ने कहा कि डॉक्टर की मौत के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और कोविड...
नेशनल डेस्क: कर्नाटक के मैसूर जिले में कोविड ड्यूटी में तैनात 43 वर्षीय सरकारी डॉक्टर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतक के सहयोगियों ने आरोप लगाया कि वह काम के दबाव में थे। राज्य सरकार ने कहा कि डॉक्टर की मौत के मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और कोविड ड्यूटी में तैनात कर्मियों को किसी तरह के दबाव में ऐसा कदम नहीं उठाने का सुझाव भी दिया है। पुलिस के मुताबिक, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसआर नागेंद्र का शव अलनाहल्ली के उनके आवास में लटकता पाया गया, जहां वे अकेले ही रह रहे थे। पुलिस ने कहा कि वायरस की चपेट में आने के डर के चलते नागेंद्र का परिवार जिले में ही अन्य स्थान पर रह रहा था।
नागेंद्र के कुछ सहयोगियों ने कहा कि कोविड ड्यूटी में तैनाती के कारण उन पर काम का काफी दबाव था। डॉक्टर की मौत पर शोक जताते हुए राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ के सुधाकर ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना योद्धा किसी भी तरह के दबाव में ऐसा कदम नहीं उठाएं और अपनी समस्याओं को अपने वरिष्ठों के साथ साझा करें। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने भी डॉक्टर की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए मामले की जांच के आदेश दिए।