Edited By Anu Malhotra,Updated: 01 Oct, 2021 06:22 PM
कोरोना वायरस संकट के बीच शुरू हुए वर्क फ्रॉम होम का कल्चर पूरी दुनिया में काफी तेजी से बढ़ा है। इस बीच सरकार वर्क फ्रॉम होम के लिए कुछ दिशा निर्देश तय कर सकती है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच शुरू हुए वर्क फ्रॉम होम का कल्चर पूरी दुनिया में काफी तेजी से बढ़ा है। इस बीच सरकार वर्क फ्रॉम होम के लिए कुछ दिशा निर्देश तय कर सकती है।
जानकारी के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम करने वालों को काम करने के घंटे तय करने सहित अन्य पहलुओं पर गाइडलाइन बनाने को लेकर श्रम मंत्रालय विचार कर रहा है। श्रम मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय का मानना है कि कोरोना के बाद जिस तरह से वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा है ऐसे में कर्मचारियों के हितों के लिए एक गाइडलाइन होनी चाहिए। इसमें सबसे जरूरी वर्क फ्रॉम होम के दौरान काम की अवधि को तय करना है, ऐसे में इस तरह के कानून की जरूरत हो गई है और भविष्य में इसका और महत्व होगा।
बैंड बाजा वालों के लिए भी श्रम मंत्रालय बना रही है योजना
वर्क फ्रॉम होम करने वालों के अलावा बैंड बाजा वालों ने भी श्रम मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। दरअसल, केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों को उनकी सामाजिक सुरक्षा और सुविधा के लिए लगभग 400 रोजगार को चिह्नित किया है। गौरतलब है कि श्रम मंत्रालय असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को उनकी स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा देने की योजना बना रही है और इसके लिए विभिन्न असंगठित क्षेत्र के कामगारों की सूची तैयार की जा रही है।