Edited By shukdev,Updated: 27 Dec, 2019 10:07 PM
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले ही सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ लड़ रही हों, लेकिन उनकी पार्टी ममता के साथ मंच साझा नहीं करेगी क्योंकि वह राज्य में लोकतंत्र को ''कुचलती'' रही हैं।...
हैदराबाद: माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले ही सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ लड़ रही हों, लेकिन उनकी पार्टी ममता के साथ मंच साझा नहीं करेगी क्योंकि वह राज्य में लोकतंत्र को 'कुचलती' रही हैं। येचुरी ने कहा कि माकपा बंगाल में अपने 278 कार्यकर्ता खो चुकी है जबकि हजारों कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाया गया और गैर जमानती वारंट जारी किए गए। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 22 जबकि भाजपा ने 18 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, माकपा खाता भी नहीं खोल सकी।
येचुरी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ जारी लड़ाई में माकपा, ममता बनर्जी के साथ मंच साझा करेगी। इस पर येचुरी ने जवाब दिया,"(ममता के साथ) मंच साझा करना कोई मुद्दा नहीं है। क्योंकि वह और उनकी पार्टी बंगाल में लोकतंत्र की हत्या के लिए सबसे बड़ी जिम्मेदार है।" उन्होंने कहा,"पिछले लोकसभा चुनाव में बनर्जी के खिलाफ लोगों के गुस्से का भाजपा को फायदा मिला। उन्होंने (माकपा कार्यकर्ताओं) पर जानलेवा हमले जारी रखे।"