Edited By shukdev,Updated: 15 May, 2019 12:04 PM
पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के काफिले में शामिल एक जवान को अर्धसैनिक बल के सर्वोच्च सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एक दिव्यांग बच्चे को खाना खिलाने के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है। हेड कांस्टेबल इकबाल सिंह के एक दिव्यांग बच्चे को खाना...
श्रीनगर/ नई दिल्ली: पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के काफिले में शामिल एक जवान को अर्धसैनिक बल के सर्वोच्च सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एक दिव्यांग बच्चे को खाना खिलाने के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया है। हेड कांस्टेबल इकबाल सिंह के एक दिव्यांग बच्चे को खाना खिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और इससे कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों को वाहवाही भी मिल रही है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिख जवान सोमवार को श्रीनगर के नवाकदल इलाके में खाना खा रहे थे जब उन्होंने काले कपड़े पहने एक बच्चे को एक बंद दुकान के सामने बैठे देखा। वह बच्चा उनसे खाना मांग रहा था। अधिकारी ने बताया कि सिंह बच्चे के पास गए तो उन्होंने पाया कि लकवे की वजह से बच्चे के हाथ काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद जवान ने बच्चे को खाना खिलाया और उसके बाद बच्चे को पानी भी पिलाया।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने इस पर संज्ञान लेते हुए जवान को अर्धसैनिक बल के सर्वोच्च सेवा पुरस्कार महानिदेशक (डीजी) प्रशस्ति चक्र और प्रमाण पत्र से सम्मानित करने का निर्णय लिया। सीआरपीएफ द्वारा मुहैया कराए एक रिकॉर्डेड संदेश में सिंह ने कहा, ‘ सीआरपीएफ संकट के समय में कश्मीर के लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार है। मैंने भी यही किया।'
अधिकारी ने बताया कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के जिस काफिले पर हमला किया गया था, उसमें शामिल 78 वाहनों में से एक को सिंह चला रहे थे। बचाव अभियान में मदद करने वाली पहली टीम में भी सिंह शामिल थे। गौरतलब है कि उस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।