Edited By Monika Jamwal,Updated: 25 Feb, 2019 06:50 PM
एमएनएस चीफ राज ठाकरे एक बार फिर विवादित बयान देकर चर्चा में आ गये हैं। उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुये सीआरपीएफ कर्मियों को राजनीतिक पीड़ित करार दिया है।
मुम्बई: एमएनएस चीफ राज ठाकरे एक बार फिर विवादित बयान देकर चर्चा में आ गये हैं। उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुये सीआरपीएफ कर्मियों को राजनीतिक पीड़ित करार दिया है। ठाकरे सिर्फ यहीं पर नहीं रूके हैं बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से अगर पूछताछ की जाए तो सारा सच बाहर आ जाएगा।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक बयान जारी करते हुये उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पुलवामा में हमला होता है, प्रधानमंत्री नेशनल कारबेट पार्क में शूटिंग में व्यस्त थे। हमले की खबर फलैश होने के बाद भी उनकी शूटिंग जारी रही। उन्होंने कहा कि 40 जवान शहीद हुये हैं और वे राजनीतिक पीड़ित हैं। हर सरकार ऐसे चाल चलती है पर मोदी सरकार के दौरान यह कुछ ज्यादा हो रहा है।
इस संदर्भ में जब भाजपा के प्रवक्ता माधव भंडारी से बात की गई तो उन्होंने कहा, राज ठाकरे अपने पूरे केरियर के दौरान मिमिकरी करते रहे हैं। उन्होंने डोभाल के खिलाफ आरोप लगाकर वह राहुल गांधी के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।