Edited By Seema Sharma,Updated: 29 Dec, 2019 02:59 PM
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्री बनने के बाद मैं सीआरपीएफ को करीबी से देख रहा हूं। सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा सशस्त्र बल तो है ही, साथ ही दुनिया का सबसे बहादुर सशस्त्र बल भी है। इसके इतिहास को खंगाले तो इसकी कई गाथाएं बताई जा सकती...
नई दिल्लीः केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्री बनने के बाद मैं सीआरपीएफ को करीबी से देख रहा हूं। सीआरपीएफ दुनिया का सबसे बड़ा सशस्त्र बल तो है ही, साथ ही दुनिया का सबसे बहादुर सशस्त्र बल भी है। इसके इतिहास को खंगाले तो इसकी कई गाथाएं बताई जा सकती हैं। नई दिल्ली में सीआरपीएफ मुख्यालय की आधारशिला रखते हुए शाह ने कहा कि ढेर सारे अभियानों और ढेर सारी मुहिमों में CRPF के 2,184 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान मां भारती की सुरक्षा और सम्मान के लिए दिया है। उन्होंने कहा कि 21 अक्तूबर 1959 को सीआरपीएफ के सिर्फ 10 जांबाजों ने ऑटोमेटिक हथियारों से लैस चीन की टुकड़ी का सामना किया और अपनी आहुति दी। इसलिए 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
शाह के संबोधन के प्रमुख अंश
- 80 से 90 का दशक इस देश के अंदर अनेक प्रकार की विपदाएं लेकर आया, चाहे त्रिपुरा हो या पंजाब, हमारे देश के लोगों को ही गुमराह करके पड़ोसी देश ने आतंकवाद को हमारे देश में फ़ैलाने का काम किया मुझे कहने में कोई झिझक नहीं है कि आज इन दोनों राज्यों से आतंकवाद का पूर्ण रूप से सफाया किया जा चुका है, इसमें CRPF का बहुत अहम योगदान है।
- रक्त को जमा देनी वाली ठंड में, अनिश्चितताओं के बीच जब हमारे जवान आतंकवाद का सामना कर रहे होते थे तो उन्हें कोई पदक का लालच या ड्यूटी की मजबूरी, ऐसा करने के लिए विवश नहीं करती। सिर्फ भारत माता के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव उन्हें इसके लिए प्रेरित करता है।
- सभी सुविधाओं से लैस मुख्यालय जब CRPF को मिलेगा, तो मुझे पूरा यकीन है कि आपकी क्षमता, आपकी सुसज्जता और आपकी Alertness तीनों में ढेर सारी बढ़ोतरी होगी। जो आपको ड्यूटी परफॉर्म करने में मददगार साबित होगी।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सशस्त्र बलों के जवानों के लिए एक सूत्र अपनाया है कि आप देश की सुरक्षा कीजिए, आपके परिवार की चिंता और सुरक्षा हम करेंगे। सीआरपीएफ जवानों को ड्यूटी के दौरान हवाई यात्रा की जो अनुमति दी गई है, उससे उनका मनोबल जरूर बढ़ा है।
- हमने तय किया है हर सशस्त्र बल का हर जवान साल में 100 दिन अपने परिवार के साथ बिता सके, ताकि वो सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन कर सके। इसके लिए हम रणनीति बना रहा हैं।
- हमने तय किया है जवानों के साथ-साथ उसके मां-बाप, पत्नी और बच्चों को भी स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा दी जाए। हर जवान को ऐसा हेल्थ कार्ड देने की योजना पर काम चल रहा है। गृह मंत्रालय एम्स के साथ मिलकर इस पर काम कर रहा है।
- देश में किसी भी प्रकार के दंगे हुए हो तो उन्हें भी CRPF नियंत्रित करती है।
- नक्सल प्रभावित क्षेत्र हो, जहां आदिवासी तबके को विकास से महरूम रख कर, सरकार के खिलाफ उन्हें गुमराह करने का प्रयास चल रहा है तो वहां भी CRPF ही उनका सामना करती है।
सीआरपीएफ का वर्तमान मुख्यालय लोधी रोड पर केंद्र सरकारी कार्यालय (सीजीओ) परिसर में ब्लॉक नंबर 1 में स्थित है, लेकिन मुख्यालय की इमारत में जगह की कमी है। इसके चलते कारण बल के कई कार्यालय, जैसे आरएएफ, कोबरा, चिकित्सा, प्रशिक्षण, संचार और कार्य एवं भर्ती संबंधी कार्यालय, राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न स्थानों में स्थित हैं। नया मुख्यालय 12 मंजिला होगा, जिनमें सभागार, सम्मेलन कक्ष, अधीनस्थ कर्मचारियों के लिए बैरक, कैंटीन, व्यायामशाला, अतिथि गृह, रसोईघर और भोजन कक्ष और 520 कारों और 15 बसों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी। कार्यालय ब्लॉक को कैफेटेरिया से जोड़ने के लिए इमारत की छठी और सतवीं मंजिल पर स्काईवॉक बनाए जाएंगे। भवन में एक जल और मलजल शोधन संयंत्र, वर्षा जल संचयन प्रणाली और एक स्वदेशी वातायन प्रणाली बनाने का भी प्रस्ताव है।