Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Apr, 2020 09:51 AM
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीएमसी ने बड़ा फैसला लिया है। मुंबई में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है ऐसे में अस्पतालों में भीड़ इकट्ठी न हो इसके लिए शहर की खाली पड़ीं आवसीय इमारतें, होटलों, धर्मशालाओं, क्लबों,...
नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीएमसी ने बड़ा फैसला लिया है। मुंबई में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है ऐसे में अस्पतालों में भीड़ इकट्ठी न हो इसके लिए शहर की खाली पड़ीं आवसीय इमारतें, होटलों, धर्मशालाओं, क्लबों, कॉलेजों, हॉस्टलों, आवासीय क्रूज, मैरिज हॉल, जिमखाना आदि को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जाएगा। बीएमसी ने वॉर्ड के असिस्टेंट कमिश्नर को खाली पड़े कमरों को अपने अधिकार में लेने का अधिकार दिया है। इनमें से कोई स्थान देने से मना करता है, तो उस पर फौजदारी का मामला दर्ज किया जाएगा।
बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेसी द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, असिस्टेंट कमिश्नर इन स्थानों का उपयोग लोगों को क्वॉरेंटाइन करने के लिए करेंगे। इसमें वही लोग रखे जाएंगे, जो कोरोना वायरस के मरीज के संपर्क में आए हैं, लेकिन उनमें वायरस को लेकर कोई लक्षण सामने नहीं आए हों। ये व्यक्ति आगे और किसी के संपर्क में न आएं इसके लिए यह फैसला लिया गया है कि उनको कहीं अलग जगह क्वारंटाइन किया जाए। जो लोग झुग्गियों और छोटे घरों में रहते हैं उनको वहां क्वारंटाइन करना मुश्किल है इससे छोटे बच्चे और उनके परिजन में भी संक्रमण फैल सकता है। ऐसे लोगों के लिए होटलों, क्रूज आदि में बंदोबस्त किया गया है।
बीएमसी कमिश्नर ने 24 विभागों के असिस्टेंट कमिश्नरों को आदेश दिए गए हैं कि वे अपने विभाग के ऐसे स्थानों की एक सूची बनाएं जहां क्वॉरेंटाइन सेंटर तैयार किए जां सकें और लोगों को वहां रखा जा सके। क्वारंटाइन में रखे लोगों के खाने-पीने और अन्य सभी सुविधाओं की व्यवस्था बीएमसी ही करेगी।