Edited By vasudha,Updated: 04 Aug, 2018 06:49 PM
राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कार्यसमिति की दूसरी बैठक आज नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में चल रही है। बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस पार्टी के तमाम बड़े नेता कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पहुंच गए हैं...
नेशनल डेस्क: नेशनल डेस्क: कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति की पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक समाप्त हो गई हैै। जिसमें फैसला लिया गया कि पार्टी एनआरसी के गलत क्रियान्वयन, राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद में गड़बड़ी, बैंक घोटाले, किसानों की समस्याओं तथा बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर देशव्यापी जनआंदोलन करेगी और सड़क से संसद तक सरकार को घरेगी। आंदोलन शुरू करने के समय के बारे में पार्टी की प्रदेश तथा जिला इकाइयों के साथ विचार विमर्श कर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस की कमान संभालने के बाद राहुल ने पिछले महीने कार्य समिति का पुनर्गठन किया था। उनकी अध्यक्षता में समिति की यह दूसरी बैठक थी। बैठक करीब साढे तीन घंटे चली। तबीयत खराब होने की वजह से यूपीए चेयरपर्स सोनिया गांधी बैठक में शामिल नहीं हो पाईं।
वहीं राहुल गांधी ने मीटिंग खत्म होने के बाद ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा कि एक टीम के रूप में, हमने देश में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। इसके साथ ही कांग्रेस के लिए उन अवसरों को लेकर भी चर्चा हुई, जिसके जरिए हम भ्रष्टाचार के मुद्दों और युवाओं को रोजगार देने में केंद्र सरकार की विफलताओं को सामने ला सकें।' उन्होंने आज की बैठक में भाग लेने को आभार भी व्यक्त किया।
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत तथा संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बैठक में असम में राष्ट्रीय नागरिक राजिस्टर (एनआरसी) का असम समझौते के आलोक में क्रियान्वयन, राफेल सौदे तथा बैंकों में हुए घोटाले के साथ ही अर्थव्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, बेरोजगारी और किसानों की समस्या पर व्यापक विचार विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को जनता के बीच ले जाने के लिए जन आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया गया।
गहलोत ने कहा कि बैठक में यह बात भी रखी गयी कि 2019 के लोकसभा चुनाव तक हर महीने कार्य समिति की बैठक की जाएगी। इसमें चुनाव संबंधी रणनीति पर विचार विमर्श होगा और इसको लेकर कार्य समिति जो भी निर्णय लेगी उसे जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जाएगा। समिति की ये बैठकें एक तरह से आम चुनावों की तैयारी को लेकर होगी।