राजधानी में साइबर अपराध रोकने के लिए दिल्ली पुलिस फॉरेसिंक विशेषज्ञ करेगी नियुक्त

Edited By vasudha,Updated: 06 Jan, 2021 01:31 PM

cyber frauds delhi police to hire forensic experts

दिल्ली पुलिस साइबर वित्तीय अपराधों की जांच करने एवं अपराध के स्थान से सबूतों को एकत्र करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की नियुक्ति करने की योजना बना रही है। अधिकारियों ने बताया कि इन विशेषज्ञों की नियुक्ति आम फॉरेंसिक विशेषज्ञ, डिजिटल फॉरेंसिक,...

नेशनल डेस्क: दिल्ली पुलिस साइबर वित्तीय अपराधों की जांच करने एवं अपराध के स्थान से सबूतों को एकत्र करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की नियुक्ति करने की योजना बना रही है। अधिकारियों ने बताया कि इन विशेषज्ञों की नियुक्ति आम फॉरेंसिक विशेषज्ञ, डिजिटल फॉरेंसिक, लेखाकार फारेंसिक, मनोविज्ञान फॉरेंसिक, रसायन, जीवविज्ञान एवं भौतिकी फॉरेंसिक की श्रेणी में होगी। 

 

बोर्ड का किया गठन 
अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर स्थित राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ मिलकर पहले ही बोर्ड का गठन किया जा चुका है जो दिल्ली पुलिस की ओर से पेशेवर फॉरेंसिक विशेषज्ञों को एक साल की संविदा पर नियुक्ति करेगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नियुक्ति की प्रक्रिया जनवरी में शुरू होगी जिसके लिए इस महीने सहमति पत्र पर दस्तखत होने की उम्मीद है। दिल्ली पुलिस के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने बताया था कि जांच की क्षमता बढ़ाने के लिए साइबर अपराध विशेषज्ञों की नियुक्ति की जा रही है और वे पुलिस बल के साथ काम करेंगे। 

 

अब जांच की गुणवत्ता में आएगा सुधार: पुलिस 
अधिकारी  ने बताया कि कि आर्थिक अपराध भी बढ़ रहे हैं और फॉरेंसिक लेखाकार विशेषज्ञों की नियुक्ति की जा रही है ताकि ऐसे अपराधों की जांच की क्षमता बढ़ाई जा सके। श्रीवास्तव ने रेखांकित किया कि पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) धोखाधड़ी और बैंक से गबन जैसे जटिल मामलों की जांच करती है और ऐसे मामलों में जटिल एवं भारी-भरकम दस्तावेजों की जांच करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि आम तौर पर पुलिस कर्मी वित्तीय दस्तावेजों की जांच के लिए प्रशिक्षित नहीं होते हैं, ऐसे में आपको ऐसे व्यक्ति की जरूरत होती है जो प्रशिक्षित हो ताकि जांच की गुणवत्ता में सुधार हो और अभियोजन पुख्ता किया जा सके। 

 

दस्तावेजों पर आधारित होती है आर्थिक अपराधों की जांच 
संयुक्त पुलिस आयुक्त (ईओडब्ल्यू) ओपी मिश्रा ने कहा कि आर्थिक अपराधों की जांच बहुत अधिक दस्तावेज आधारित होती है, बैंक दस्तावेजों एवं अन्य संबंधित कागजात का फॉरेंसिक लेखा परीक्षण जांच का सामान्य हिस्सा होता है। आम तौर पर हमारे पास संबंधित दस्तावेजों का विश्लेषण करने के लिए लेखापरीक्षक होते हैं। हमारे पैनल में चार्टर्ड अकाउंटेंट होते हैं और वे भी विश्लेषण करते हैं। इसलिए अगर हमें फॉरेंसिक लेखा परीक्षक फॉरेंसिक लेखांकन के लिए मिल जाएं तो जांच को गति देने के लिए पेशेवर कुशलता हासिल हो जाएगी।  सूत्रों के मुताबिक इस समय फॉरेंसिक विशेषज्ञों की 119 रिक्तियां हैं। 

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