Edited By Yaspal,Updated: 27 Oct, 2019 08:11 PM
अरब सागर में मामूली चक्रवात के तौर पर उभरा ‘क्यार’ अगले कुछ घंटों में भयंकर तूफान के तौर पर कर्नाटक, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। चक्रवाती तूफान के कारण चलने वाली तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण दक्षिण-पश्चिम
नेशनल डेस्कः अरब सागर में मामूली चक्रवात के तौर पर उभरा ‘क्यार’ अगले कुछ घंटों में भयंकर तूफान के तौर पर कर्नाटक, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। चक्रवाती तूफान के कारण चलने वाली तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण दक्षिण-पश्चिम भारत के तटीय क्षेत्रों और उत्तर-पूर्व के पहाड़ी इलाकों में रविवार को दिवाली के त्योहार का मजा खराब संभावना बन गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि अगले 24 घंटों में पूर्व मध्य अरब सागर में लहरों की स्थिति और ज्यादा खराब हो सकती है। इसके चलते उत्तरी कर्नाटक के साथ लगते इलाकों में तूफानी हवाएं भयंकर रूप ले सकती हैं। इसके चलते उत्तरी कर्नाटक के आंतरिक व तटीय क्षेत्रों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।
कोंकण और गोवा के तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है। साथ ही ओडिशा, असम और मेघालय में भी इसका प्रभाव भारी बारिश के तौर पर दिखाई देगा। आईएमडी ने यह भी कहा कि दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों में भी समुद्र की स्थिति बेहद खराब होने के कारण वहां, सौराष्ट्र के कुछ हिस्सों और केंद्र शासित प्रदेश दमन-दीव में ‘क्यार’ के कारण अगले चार दिन तक तूफानी हवाओं के साथ हल्की से थोड़ी ज्यादा बारिश होने के आसार हैं।
इससे पहले आईएमडी ने अगले दो दिन के लिए गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट घोषित किया था। आईएमडी की संभावना के बाद कर्नाटक सरकार ने तटीय जिलों दक्षिणी कन्नड़ उडुपी और उत्तर कन्नड़ में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही स्कूलों-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। डूब क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना जताई गई है।
आईएमडी ने दक्षिणी गुजरात में मछुआरों के लिए समुद्र तट से दूर रहने का रेड अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने मछुआरों को अगले 24 घंटे में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और दक्षिणी गुजरात के साथ ही उत्तर-पूर्व अरब सागर में अपनी नाव नहीं उतारने के लिए कहा है। इसके चलते केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु की 500 मछली पकड़ने वाली नावों (आईएफबी) को करवाड़ भेज दिया गया है, जबकि 120 आईएफबी ने उडुपी और मंगलूरू में शरण ली है।
आईएमडी के मुताबिक, शनिवार सुबह 5.30 बजे ‘क्यार’ का केंद्र महाराष्ट्र के रत्नागिरी से 270 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण में, मुंबई से दक्षिण-पश्चिम में 360 किलोमीटर और ओमान के सालाह शहर से दक्षिण-पूर्व में 1780 किलोमीटर दूर मध्यपूर्व अरब सागर में था। हालांकि सुबह 11.30 बजे तक तूफान रत्नागिरी से 350 किलोमीटर और मुंबई से 410 किलोमीटर पहुंच गया था, जबकि सालाह से उसकी दूरी घटकर 1690 किलोमीटर रह गई थी। आईएमडी का अनुमान है कि पूर्व-उत्तरपूर्व की तरफ मुड़ता दिखाई दिए चक्रवाती तूफान का रुख अगले पांच दिन में पूरी तरह ओमान की तरफ मुड़ जाएगा।
भारतीय तटरक्षक बल ने भी ‘क्यार’ के आगमन की भविष्यवाणी को देखते हुए अपने सर्च एंड रेस्क्यू (सार) दलों को सतर्क कर दिया है। तटरक्षक बल का एक डोर्नियर विमान मंगलूरू स्थित कोस्ट गार्ड एयर एंक्लेव में तैनात किया गया है। इसके अलावा कर्नाटक-गोवा के तटों पर समुद्र प्रहरी, अमल, अपूर्व, अमर्त्य और राजदूत तटरक्षक पोत तैनात किए गए हैं।