Edited By Seema Sharma,Updated: 04 May, 2019 05:29 AM
चक्रवाती तूफान ‘फनी'' शुक्रवार सुबह ओडिशा में पुरी के तटीय इलाकों से टकराया। जिसके चलते सुबह से यहां बारिश हो रही है तथा तेज हवाएं चल रही हैं। राज्य सरकार के अलावा केंद्र सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
नेशनल डेस्कः ओडिशा तट से शुक्रवार सुबह टकराये भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के कारण हुई विभिन्न घटनाओं में राज्य में 8 लोगों की मौत हो गयी और 160 से अधिक घायल हो गये। फोनी के आज शाम तक अत्याधिक भीषण श्रेणी से थोड़ा कमजोर होने के बावजूद तबाही पर विराम नहीं लगा है। पुरी में एक पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर एक किशोर की मौत हो गयी। वहीं नयागढ़ में कंक्रीट की एक इमारत का एक हिस्सा टूट कर गिरने से एक महिला की मौत हो गयी। केंद्रपाड़ा जिले में एक आश्रय स्थल में एक बुजुर्ग महिला की तूफान के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज शाम चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘‘अभी-अभी मैंने मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया। हमारी पहली प्राथमिकता संवेदनशील इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की है। पिछले 24 घंटों में करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।''
पटनायक ने कहा, ‘‘फोनी चक्रवात अभी भी ओडिशा से गुजर रहा है। इसके ओडिशा से गुजर जाने के बाद ही नुकसान का वास्तविक आकलन किया जा सकेगा। पुरी शहर और पुरी जिले को भारी नुकसान पहुंचा है। ऊर्जा का बुनियादी ढांचा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है और बिजली की आपूर्ति बहाल करना एक बड़ी चुनौती होगी।'' उन्होंने आश्वासन दिया कि गंजम जिले में बिजली की आपूर्ति शनिवार को बहाल कर ली जायेगी और अन्य इलाकों में भी युद्ध स्तर काम किया जा रहा है। सड़क संपर्क बहाल करने का काम शुरू कर दिया गया है। गंजम और गजपति जिलों में यह काम पूरा हो गया है।
#CycloneFani पर अपडेट्स
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फनी प्रभावित राज्यों की सरकारों के संपर्क में हैं। केंद्र ने एडवांस में ही राज्यों के लिए 1,000 करोड़ की राहत राशि जारी कर दी है।
- रेलवे ने गंभीर' चक्रवात तूफान ‘फनी' के कारण बीते दिनों से अब तक करीब 200 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द किया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेन सेवा में लगाई गई हैं।
- ओडिशा में 2 मई से स्कूल-कॉलेज बंद हैं जोकि अगले आदेश के बाद ही खोले जाएंगे वहीं यहां पर परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। कोलकाता में भी 3-4 मई को सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। पश्चिम बंगाल में आज रात या फिर शनिवार सुबह फनी के पहुंचने की संभावना है।
- भुवनेश्वर एयरपोर्ट अगले आदेश तक बंद रखा गया है। वहीं कोलकाता हवाईअड्डे से शुक्रवार दोपहर तीन बजे से शनिवार सुबह 8 बजे तक फ्लाइटों का आवागमन बंद रहेगा।
- मौसम विभाग ने राज्य के 17 जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर तटीय इलाकों के फनी की चपेट में आने की आशंका जताई गई है। इसके अलवा पश्चिम बंगाल में पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिले, हावड़ा, हुगली, झारग्राम, कोलकाता के साथ ही श्रीकाकुलम, विजयनग्राम और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिला भी तूफान से प्रभावित हो सकता है।
- ओडिशा में NDRF का राहत और बचाव कार्य जारी है। वहीं नेवी ने भी प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेशन किया। राज्य में 4 नेवी जहाज और 3 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
- ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य के संवेदनशील इलाकों से करीब 10 लाख लोगों को निकालकर शिविरों में पहुंचाया जा चुका है। इनमें से अकेले गंजम और पुरी जिलों से ही क्रमश: 3 लाख और 1.3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विशेष हेल्पलाइन 1938 शुरु की जिस पर आपात स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।
- मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से इन दो दिनों में जितना संभव हो सकें उतना बाहरी गतिविधियों से दूर रहने की कोशिश करने की अपील की है। साथ ही अगर बाहर जाना भी पड़ा तो बिजली के खंभों और नंगे तारों पर नजर रखने और तूफान के दौरान केबल टेलीविजन लाइनें और गैस सिलिंडर बंद करने की भी हिदायत दी है।
- GoAir ने ‘फनी' के मद्देनजर प्रभावित इलाकों के यात्रियों के लिए टिकट रद्द कराने या यात्रा के समय एवं तिथि में बदलाव के लिए शुल्क माफ करने की घोषणा की है। गोएयर ने कहा कि 2 मई से 5 मई के बीच भुवनेश्वर, कोलकाता और रांची जाने के लिए या वहां से आने के लिए बुक कराए गए टिकटों को रद्द कराने या उनकी तिथि और समय में बदलाव के लिए यात्रियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। फनी से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में फनी से तीन लोगों की जबकि ओडिशा में दो लोगों की मौत हुई है।
राज्य सरकार की ओर से केंद्र को भेजी गयी रिपोर्ट के मुताबिक फोनी से कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर और पुरी जिलों में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। रिपोटर् के अनुसार इन जिलों मे तूफान से मकानों को भारी क्षति पहुंची है। पुरी, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकनाल, पलासा और विजयनगरम में ट्रेन सेवाएं पूरी तरह ठप हो गयी हैं।
ओवरहेड वायर, सिग्नल प्रणाली, ट्रैक और रेलवे प्लेटफॉर्म को भी खासा नुकसान हुआ है पूर्व तटीय रेलवे ने बताया कि उसने दस और ट्रेनों का परिचालन रद्द किया है जिनमें से सात तीन मई को, एक-एक ट्रेन चार, छह और सात मई को रद्द की गयी है। रेलवे ने इससे पहले एक से तीन मई के बीच 147 ट्रेनों का परिचालन रद्द किया है। भुवनेश्वर हवाई अड्डे से विमानन सेवाएं आज दिन भर बंद रहीं।