Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Apr, 2019 04:31 PM
मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है जिसके 30 अप्रैल की शाम तक उत्तरी तमिलनाडु तथा दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचने का पूर्वानुमान है। इस दौरान मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
नई दिल्लीः मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान की चेतावनी दी है जिसके 30 अप्रैल की शाम तक उत्तरी तमिलनाडु तथा दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचने का पूर्वानुमान है। इस दौरान मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। विभाग ने शुक्रवार को बताया कि उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों से पता है कि हिंद महासागर में पूर्वी भूमध्य रेखा के करीब तथा उसके आसपास बंगाल की खाड़ी में एक दबाव का क्षेत्र बना है। आज सुबह 8.30 बजे यह तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से 1,490 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और आंध्र प्रदेश के मछलीपत्तनम से 1,760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था। शनिवार सुबह 8.30 बजे तक इसके अति दबाव क्षेत्र में और उसके बाद के 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।
विभाग के अनुसार, यह चक्रवाती तूफान 30 अप्रैल की सुबह श्रीलंका को पार कर जाएगा तथा उसी दिन शाम तक उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश में तट से टकरा सकता है। इस दौरान 135 किलोमीटर प्रति घंटे से भी तेज हवाएं चलने की आशंका है। मौसम विभाग ने 30 अप्रैल और 01 मई को तमिलनाडु के उत्तरी तटीय हस्सों में तथा 29 और 30 अप्रैल को केरल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में भी 30 अप्रैल और 01 मई को बारिश की संभावना है।
समुद्र में ऊंची लहरों की आशंका को देखते हुए मछुआरों को हिंद महासागर में पूवी भूमध्य रेखा के आसपास तथा उसके समीप दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में 26 अप्रैल को ज्यादा दूर नहीं जाने की सलाह दी गई है। उन्हें 27 से 30 मार्च तक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी, श्रीलंका, पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के पास समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है। जो मछुआरे इस समय अपनी नाव लेकर समुद्र में निकले हुये हैं उन्हें 28 अप्रैल तक वापस लौट आने की सलाह दी गई है।