Edited By Anil dev,Updated: 18 Nov, 2019 10:54 AM
जन्म से अपने मां-बाप का चेहरा न देख पाने वाली दाक्षी अब दुनिया देखेगी। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की बरेली तहसील के ग्राम जनकपुर के एक गरीब चौकीदार राकेश मेहरा की 1 वर्षीय मासूम बेटी दाक्षी ने जन्म लेने के बाद अपने मां-बाप को नहीं देखा है। बच्ची की...
रायसेन: जन्म से अपने मां-बाप का चेहरा न देख पाने वाली दाक्षी अब दुनिया देखेगी। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले की बरेली तहसील के ग्राम जनकपुर के एक गरीब चौकीदार राकेश मेहरा की 1 वर्षीय मासूम बेटी दाक्षी ने जन्म लेने के बाद अपने मां-बाप को नहीं देखा है। बच्ची की आंखों का रेटिना जन्म से फटा हुआ है।
हैदराबाद के अस्पताल में होगा दाक्षी का इलाज
गरीब मां-बाप उसका इलाज कराने में असमर्थ हैं। अब बरेली तहसीलदार निकिता तिवारी ने इस बच्ची को दुनिया दिखाने का संकल्प लिया है और उनके सहयोग में क्षेत्रीय नागरिक आगे आए हैं। तिवारी ने बताया कि बच्ची की आंखें ठीक करवाने को उन्होंने जनसहयोग की एक मुहिम चलाई और कुछ ही दिनों में 2.50 लाख रुपए इक_े हो गए। दाक्षी के इलाज के लिए धन संग्रह की मुहिम जारी है। 26 नवम्बर को हैदराबाद में एक निजी अस्पताल में दाक्षी की आंखों की जांच कराई जाएगी और फिर उपचार शुरू होगा।