Edited By vasudha,Updated: 26 Aug, 2019 02:26 PM
इन दिनों एक ''डांसिंग टीचर'' ने अपने दिलचस्प अंदाज को लेकर लाखों लोगों को अपना दिवाना बना लिया है। यह टीचर बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्लैक बोर्ड नहीं बल्कि नाच-गाने का इस्तेमाल करते हैं। उनके इस अंदाज को देख फिल्म ''तारे ज़मीन पर'' के ''निकुंब सर'' की...
नेशनल डेस्क: इन दिनों एक 'डांसिंग टीचर' ने अपने दिलचस्प अंदाज को लेकर लाखों लोगों को अपना दिवाना बना लिया है। यह टीचर बच्चों को पढ़ाने के लिए ब्लैक बोर्ड नहीं बल्कि नाच-गाने का इस्तेमाल करते हैं। उनके इस अंदाज को देख फिल्म 'तारे ज़मीन पर' के 'निकुंब सर' की याद आ जाती है।
ओडिशा के कोरापुर जिले के लम्तापुर प्राइमरी स्कूल के एक टीचर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर प्रफुल्ल कुमार पाथी (56) मनोरंजक ढंग से नाचकर, गिरकर और गाकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि वह बच्चों को नाच नाच कर कोई कविता याद करवा रहे हैं। बच्चे भी उनके पीछे पीछे उसी एक्शन में कविता की पंक्तियों को दोहरा रहे हैं।
प्रफुल्ल 2008 से ही अलग और रोचक तरीके से बच्चों को पढ़ा रहे हैं, जिस कारण उन्हे 'डांसिंग सर' के नाम से भी पुकारा जाता है। पाथी ने कहा कि मैंने पाया कि शिक्षण को मज़ेदार बनाया जाना चाहिए न कि नीरस। उन्होंने बताया कि जब एक बार मैंने गीत और नृत्य के माध्यम से पढ़ाना शुरू किया, तो बच्चे पढ़ाई में अधिक रुचि ले रहे थे। बच्चे स्कूल आने में ज्यादा झुकाव दिखा रहे हैं।
प्रफुल्ल ने कहा कि जब मैं कक्षा में प्रवेश करता हूं, तो मैं छात्रों को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने का प्रयास करता हूं क्योंकि मध्याह्न भोजन करने के बाद बच्चों में सो जाने की संभावना होती है। छात्रों द्वारा नृत्य यह सुनिश्चित करता है कि वे कक्षा के घंटों के दौरान सो नहीं रहे हैं।