Edited By Yaspal,Updated: 02 Jun, 2020 05:31 AM
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने इस दावे को खारिज किया है कि भीम एप में सेंधमारी करने के रास्ते का पता लगाया है। इस मोबाइल भुगतान एप में सीधमारी का दवा नेक उद्देश्य से हैकिंग करने वाले हैकरों के एक समूह ने सोमवार को किया। भीम एप का...
मुंबईः भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने इस दावे को खारिज किया है कि भीम एप में सेंधमारी करने के रास्ते का पता लगाया है। इस मोबाइल भुगतान एप में सीधमारी का दवा नेक उद्देश्य से हैकिंग करने वाले हैकरों के एक समूह ने सोमवार को किया। भीम एप का इस्तेमाल लोग मोबाइल से छोटे-मोटे लेनदेन के लिए करते हैं। इसे एनपीसीआई ने नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद पेश किया था। इसके माध्यम से भुगतान करने वालों की संख्या करोड़ों में है।
वीपीएनमेंटर नाम की वेबसाइट ने दावा किया कि उसने इस डिजिटल एप में कथित ‘डेटा सेंधमारी' का पता लगाया है। वीपीएनमेंटर का दावा है कि वह ‘वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क' (वीपीएन) की समीक्षा करने वाली सबसे बड़ी वेबसाइट है। यह समूह लोगों को साइबर हमलों से रक्षा करने में ऑनलाइन लोगों की मदद करता है।
वीपीएनमेंटर का दावा है, ‘‘भीम एप के डेवलपर यदि कुछ सामान्य डेटा सुरक्षा नियमों का पालन करते तो उपयोक्ताओं के डेटा में सेंधमारी को दरकिनार किया जा सकता था।'' वेबसाइट का दावा है कि भीम एप से जुड़े बहुत सारा संवेदनशील वित्तीय डेटा सार्वजनिक किया जा सकता है।
एनसीपीआई ने किया खारिज
हालांकि एनपीसीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि भीम एप के डेटा के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। सभी लोगों से अनुरोध है कि वह इस तरह की किसी सूचना के बहकावे में नहीं आएं।''