Edited By Anil dev,Updated: 02 Jul, 2018 05:18 PM
स्वयंभू बाबा दाती महाराज के खिलाफ बलात्कार के आरोप की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग करते हुए आज दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई। एक एनजीओ ने जनहित याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस की जांच पक्षपातपूर्ण है क्योंकि अबतक किसी की...
नई दिल्ली: स्वयंभू बाबा दाती महाराज के खिलाफ बलात्कार के आरोप की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग करते हुए आज दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई। एक एनजीओ ने जनहित याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस की जांच पक्षपातपूर्ण है क्योंकि अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे गवाह प्रभावित हो सकते हैं एवं सबूत नष्ट हो सकते हैं। इस याचिका पर चार जुलाई को सुनवाई हो सकती है। देलही सिटीजन फोरम फोर सिविल राइट्स ने अपनी याचिका में दावा किया है कि आरोपी के देश छोड़कर भाग जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। दाती मदन लाल उर्फ दाती महाराज के खिलाफ सात जून को शिकायत दर्ज करायी गयी थी और ११ जून को प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
पुलिस ने की थी दाती महाराज से पूछताश
पुलिस ने दिल्ली और राजस्थान में अपने आश्रमों में अपनी शिष्या से बलात्कार करने के आरोपों से घिरे दाती महाराज से २२ जून को पूछताछ की थी। दाती महाराज ने दावा किया है कि उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है। महिला ने दक्षिण दिल्ली के फतेहपुर बेरी थाने में दाती महाराज , उनके तीन भाइयों और एक महिला के विरुद्ध शिकायत दर्ज करायी थी। बाद में यह मामला अपराध शाखा को सौंप दिया गया था। एनजीओ ने दावा किया है कि अलग अलग तारीखों पर आरोपी और उनके साथियों से अपराध शाखा ने पूछताछ की लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। आरोपी के विरुद्ध बलात्कार , अप्राकृतिक यौन संबंध , छेडख़ानी जैसे जघन्य अपराधों को लेकर प्राथमिकी दर्ज है। याचिकाकर्ता ने कहा , (केंद्र और राज्य) सरकार के कई नेता और अधिकारी नयी दिल्ली के फतेहपुर बेरी में शनिधाम के नियमित आगंतुक रहे हैं। ऐसे में अपराध शाखा से निष्पक्ष जांच को लेकर आश्वस्त नहीं हुआ जा सकता है। उसने यह भी कहा कि आरोपी को गिरफ्तार करने में हो रही देरी इस मामले में सबूतों एवं गवाहों को प्रभावित करने जैसा है।