Edited By Seema Sharma,Updated: 31 Jan, 2021 10:42 AM
दिल्ली के लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने के मामले में आरोपी दीप सिद्धू पिछले तीन-चार दिनों से वीडियो जारी कर सफाई पेश कर रहा है। धार्मिक झंडा लगाने के आरोप में सिद्धू (36) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उस पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। रविवार...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने के मामले में आरोपी दीप सिद्धू पिछले तीन-चार दिनों से वीडियो जारी कर सफाई पेश कर रहा है। धार्मिक झंडा लगाने के आरोप में सिद्धू (36) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उस पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। रविवार को सिद्धू ने एक और नया वीडिया जारी करते हुए कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है और जल्द ही पुलिस के सामने पेश हो जाऊंगा।
दीप ने कहा कि उसने कुछ गलत नहीं किया इसलिए उसे किसी बात का डर नहीं, बस उसे पेश होने के लिए थोड़ा-सा समय दिया जाए। साथ ही दीप ने कहा कि मेरे परिवार को तंग न किया जाए, मेरे ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं उसके सारे सबूतों के साथ पेश होऊंगा। दीप सिद्धू ने कहा कि पहले तो मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि मैं जांच में शामिल होऊंगा। सिद्धू ने कहा कि सच्चाई सामने लाने के लिए उन्हें कुछ वक्त चाहिए।
सिद्धू ने कहा कि क्योंकि गलत सूचना फैलाई गई हैं और वह जनता को गुमराह कर रही हैं। इसलिए मुझे सच्चाई सामने लाने के लिए कुछ वक्त चाहिए और उसके बाद मैं जांच में शामिल होऊंगा। वीडियो में कहा गया कि जांच एजेंसियों से मेरा अनुरोध है...जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है,तो मैं क्यों भागूंगा और क्यों डरूंगा। मुझे भय नहीं है। मैंने कुछ गलत नहीं किया है और यह सामने आ जाएगा। सिद्धू ने कहा कि जिस प्रकार की अफवाहें फैलाई जा रही हैं वह तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। मुझे तथ्यों पर आधारित सच्चाई सामने लाने के लिए दो दिन चाहिए और मैं सारे साक्ष्य और सबूत इकट्ठा करूंगा।
बता दें कि जिस समय लाल किले पर धार्मिक और किसान संगठनों के झंडे लगाए गए तब सिद्धू वहीं पर मौजूद थे। इस घटना के बाद जबरदस्त आक्रोश फैल गया था। किसान संगठनों ने सिद्धू पर आंदोलन की छवि खराब करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए उन्हें ‘‘गद्दार '' करार दिया है। सिद्धू ने अपने नए वीडियो में कहा कि सभी सूचनाओं पर गौर करने के बाद अब ऐसा लग रहा है कि यह फंसाने की एक चाल भी हो सकती है। यह दिल्ली पुलिस की या सरकार की चाल हो सकती है। सिद्धू ने कहा कि एक स्थान पर पुलिस ने यातायात रोका हुआ था और वे भी वहीं फंस गए थे। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने ‘कमजोर' अवरोधक लगाए थे।
सिद्धू ने दावा किया कि पुलिस एक ट्रैक्टर और एक कार को जाने दे रही थी और वह भी आगे बढ़ गए। सिद्धू ने कहा कि इसके बाद वे लाल किले के पास पहुंच गए और रास्ते में ही उन्हें एक व्यक्ति से ‘निशान साहिब' मिल गया था। उन्होंने कहा कि लाल किले में घुसने के बाद उन्होंने वहां हजारों लोगों को देखा। सिद्धू ने कहा कि कुछ लोगों ने ध्वजस्तंभ पर ‘निशान साहिब' और किसानों का झंडा लगा दिया। उन्होंने दावा किया कि यहां तक की पुलिसकर्मियों ने किसी प्रकार का उपद्रव नहीं करने के लिए उनकी सराहना की और इसके बाद वह लाल किले से बाहर आ गए। उन्होंने कहा कि बाद में उन्हें बताया गया कि कुछ लोग लाल किले से बाहर नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कि हम वापस गए और लोगों से नीचे आने को कहा। सिद्धू ने दावा किया कि दिल्ली में दो आईपीएस अधिकारियों ने लोगों को वापस लाने के लिए उनका शुक्रिया भी अदा किया।