Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Dec, 2017 11:06 AM
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल इन दिनों बिहार की राजनीति में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बुधवार को उन्होंने शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द हो जाने पर उनके बचाव में ट्विट किया। केजरीवाल ने लिखा कि शरद यादव की...
नई दिल्ली (सूरज सिंह): दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल इन दिनों बिहार की राजनीति में खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। बुधवार को उन्होंने शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द हो जाने पर उनके बचाव में ट्विट किया। केजरीवाल ने लिखा कि शरद यादव की सदस्यता रद्द करना पूरी तरह असंवैधानिक है। यह राजनीतिक प्रतिशोध है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। साथ ही मांग करते हैं कि सदस्यता रद्द होने का निर्णय वापस लिया जाए। बिहार में भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी शरद यादव की सदस्यता रद्द होने का विरोध जता चुके हैं। लालू यादव तो शरद को खुद के साथ आने की अपील तक कर चुके हैं।
जुलाई में लालू ने कहा था कि हमने और शरद यादव जी ने साथ लाठी खाई है, संघर्ष किया है। आज देश को फिर संघर्ष की जरूरत है। शोषित और उत्पीड़ित वर्गों के लिए हमें लडऩा होगा। गरीब, वंचित व किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिए हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे। शरद भाई, आइए सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करें। इससे पहले लालू के बेटे तेजस्वी की मुलाकात भी केजरीवाल से दिल्ली में हो चुकी है। दक्षिणपंथी ताकतों के खिलाफ राजद और ‘आप’ नेता सोशल मीडिया पर मिलकर खूब अभियान चला रहे हैं। केजरीवाल और तेजस्वी भी एक-दूसरे के ट्विट को जमकर शेयर करते रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए के साथ जाने के बाद केजरीवाल का सियासी कनेक्शन लालू परिवार और शरद यादव से जुड़ा दिख रहा है। हालांकि, इस संदर्भ में ‘आप’ के बिहार प्रभारी संजय सिंह कह चुके हैं कि बिहार में किसी सियासी दल से गठजोड़ की गुंजाइश नहीं है। तेजस्वी की शिष्टाचार मुलाकात केजरीवाल से तब हुई थी, जब वे बिहार के उपमुख्यमंत्री थे।