Edited By Anil dev,Updated: 19 Jul, 2018 01:03 PM
दिल्ली में आए दिन जाम की समस्या काफी देखने को मिलती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जाम से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने SC में हलफनामा दाखिल किया है। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) की रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली सरकार ने अपने हलफनामे...
नई दिल्ली: दिल्ली में आए दिन जाम की समस्या काफी देखने को मिलती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जाम से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने SC में हलफनामा दाखिल किया है। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) की रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली सरकार ने अपने हलफनामे में इस बात का जिक्र किया कि छोटी समस्याएं मसलन जिन जगहों पर अतिक्रमण करके रेहड़ी पटरी वालों ने जगह घेर रखी है उनको 2 महीने में हटा दिया जाएगा। जहां फ्लाईओवर, अंडरपास की जरूरत है उसके लिए 6 महीने में सभी सम्बंधित विभागों और अधिकरणों से मंजूरी प्राप्त हो जाएगे।
वहीं, राजधानी में ट्रैफिक अब सेटेलाइट से कंट्रोल होगा। दिल्ली पुलिस ने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है। ट्रैफिक इंटैलिजेंट मैनेजमेंट सिस्टम के तहत इस प्रोजेक्ट को गृहमंत्रालय ने अनुमति दे दी है। पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इस सिस्टम को दक्षिण दिल्ली में पांच जगहों पर शुरू किया जायेगा। इस सिस्टम से ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखने वालों को पकड़ना आसाना हो जाएगा। साथ ही जाम से भी मुक्ति मिलेगी।
इससे वाहन चालकों को पता लग जाएगा कि आगे ट्रैफिक जाम है और वह आगे की तरफ न जाएं। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की सर्दन रेंज के डीसीपी विजय सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 की शुरूआत से दिल्ली का ट्रैफिक सैटेलाइट से कंट्रोल होना शुरू हो जाएगा। सिस्टम की खासियत है कि इस सिस्टम से लाइट सिग्नल भी संचालित होगा। ग्रीन लाइट तब तक ग्रीन रहेगी, जब तक उस तरफ का पूरा ट्रैफिक गुजर नहीं जाता। उन्होंने बताया कि सिस्टम इस तरीके का है कि एक लाइट ग्रीन है तो उसकी आगे की सभी लाइट भी ग्रीन होंगी। इसके साथ ही दिल्ली के सभी चौराहों पर डिवाइस व सेंसर भी लगाए जाएंगे।