Edited By Anil dev,Updated: 28 Jan, 2020 12:33 PM
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीनबाग का प्रदर्शन बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। इस प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक दलों के बीच एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीनबाग का प्रदर्शन बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। इस प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक दलों के बीच एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी को लेकर अब अब पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने ऐसा बयान दिया है, जिसपर बखेड़ा खड़ा हो सकता है।
बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग की तुलना कश्मीर करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो एक घंटे के भीतर शाहीन बाग को खाली करा दिया जाएगा। दिल्ली की जनता जानती है कि एक आग कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी। वहां कश्मीर पंडितों की बहन-बेटियों के साथ रेप हुआ था। उसके बाद वह आग यूपी, हैदराबाद, केरल में लगती रही। उन्होंने आगे कहा, आज वह आग दिल्ली के एक कोने में लग गई है। वहां पर लाखों लोग इक_े हो जाते हैं। और वह आग दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है। दिल्ली के लोगों को सोच-समझकर फैसला लेना होगा। ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों को उठाएंगे, रेप करेंगे, उनको मारेंगे। इसलिए आज समय है। कल मोदी और अमित शाह नहीं आएंगे बचाने। प्रवेश वर्मा से जब उनके इस बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, मैं अपना बयान वापस नहीं लूंगा. मैंने जो कहा है वह सच कहा है।
कुमार विश्वास का केजरीवाल पर हमला, गुंडे भेजकर बिठाओ तुम, उठाएं दूसरे
वहीं इससे पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निकटतम सहयोगी रहे कुमार विश्वास ने उन परकेजरीवाल पलटवार करते हुए कहा है कि अपने अमानती-गुंडे को भेजकर बिठाओ तुम और उठाएं दूसरे? भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्ढा और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आप पर शाहीनबाग को लेकर आज निशाना साधा था और इसके जबाव में केजरीवाल ने भाजपा पर गंदी राजनीति का आरोप लगाया था। कुमार विश्वास ने केजरीवाल के आरोप पर निशाना साधते हुए कहा, अपने अमानती-गुंडे को भेजकर बिठाओ तुम और उठाएं दूसरे? तुम्हारा निवीर्य नायब शाहीन बाग के साथ खड़ा हूं, तुम कह रहे हो हटाओ। अपनी हर गैर-मुनासिब सी जहालत के लिए, बारहा तू जो ये बातों के सिफर तानता है, छल-फरेबों में ढके सच के मसीहा मेरे, हमसे बेहतर तो तुझे, तू भी नहीं जानता है।