Edited By Anil dev,Updated: 11 Feb, 2020 12:54 PM
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के शुरूआती रुझानों के अनुसार आम आदमी पार्टी एक बार फिर बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। प्राप्त रुझानों के अनुसार आप 52 और भाजपा 18 सीटों पर आगे है जबकि काग्रेंस की झोली अभी खाली है। दोपहर आते-आते तय हो जाएगा कि हुनमान भक्त...
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के शुरूआती रुझानों के अनुसार आम आदमी पार्टी एक बार फिर बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। प्राप्त रुझानों के अनुसार आप 52 और भाजपा 18 सीटों पर आगे है जबकि काग्रेंस की झोली अभी खाली है। दोपहर आते-आते तय हो जाएगा कि हुनमान भक्त अरविंद केजरीवाल क्या तीसरी बार सरकार बनाएंगे या फिर राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भाजपा सत्ता संभालेगी। कहा जा रहा है कि अगर केजरीवाल जीतते हैं तो वह 14 फरवरी को सीएम की शपथ ले सकते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर 14 तारीख और वेलेंटाइन डे से अरविंद केजरीवाल का क्या रिश्ता है और वह इसी दिन ही क्यों शपथ लेने के लिए चुनेंगे।
2013 और वेलेंटाइन डे
2013 में दिल्ली में 4 दिसंबर को विधानसभा चुनाव हुए और 8 दिसंबर को परिणाम घोषित होने के साथ ही पहली बार अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी थी। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी 28, कांग्रेस 8 और बीजेपी को 31 सीट मिली थी। जिसके बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन से सरकार बनाने का फैसला लिया था। हालांकि, कांग्रेस और आप के बीच रिश्ते खराब हो गए यह सरकार सिर्फ 49 दिनों में ही गिर गई थी। केजरीवाल ने इसके बाद इस्तीफा देने का फैसला किया था और उन्होंने इसके लिए उन्होंने 14 फरवरी 2014 का दिन ही चुना था।
2015 और वेलेंटाइन डे
12 जनवरी 2015 को दिल्ली में चुनाव की घोषणा की गई जिसमें आप पार्टी ने सभी चुनाव विशेषज्ञों को गलत साबित करते हुए और नए रिकॉर्ड बना डाले। आप ने 67 सीटों पर जीत हासिल की और बीजेपी को सिर्फ 3 सीटों पर रोक दिया। पहली बार ऐसा हुआ था कि कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली। 67 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद अरविंद केजरीवाल ने 14 फरवरी को दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
2018 और वेलेंटाइन डे
मुख्यमंत्री बनने के लगभग 3 साल बाद अरविंद केजरीवाल ने एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके लिए 14 फरवरी को ही चुना गया था। इस कार्यक्रम में डीयू की छात्रा कृतिका ने केजरीवाल को वैलेंटाइंस डे विश करते हुए सवाल पूछा था कि जबकि एक वर्ग देश में नफरत फैला रहा है, ऐसे समय में आपके पास इस दिन युवाओं को देने के लिए कोई संदेश है? केजरीवाल ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि नफरत का जवाब नफरत नहीं होता। नफरत का जवाब सिर्फ प्यार से दिया जा सकता है।