Edited By Anil dev,Updated: 05 Feb, 2020 10:59 AM
दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले मतदान से पहले लोगों के मूड को समझने के लिए, टाइम्स नाउ ने आई.पी.एस.ओ.एस. के साथ मिलकर एक जनमत सर्वेक्षण किया है। इस ओपिनयन पोल से साफ है कि राजधानी में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में ही मुख्य मुकाबला हो रहा...
नई दिल्ली: दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले मतदान से पहले लोगों के मूड को समझने के लिए, टाइम्स नाउ ने आई.पी.एस.ओ.एस. के साथ मिलकर एक जनमत सर्वेक्षण किया है। इस ओपिनयन पोल से साफ है कि राजधानी में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में ही मुख्य मुकाबला हो रहा है। कांग्रेस इस मुकाबले में बेहद पीछे नजर आ रही है। मत प्रतिशत के हिसाब से 2015 की तरह आम आदमी पार्टी इस बार भी सबसे आगे है। हालांकि उसका मत प्रतिशत 3 प्रतिशत कम हो रहा है।
टाइम्स नाउ-आई.पी.एस.ओ.एस. ओपिनियन पोल के अनुसार, राज्य में एक बार फिर आम आदमी पार्टी की सरकार बनती नजर आ रही है। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में 55 प्रतिशत वोट पाने वाली आप को इस बार 52 प्रतिशत और भाजपा को 34 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। दिल्ली की 70 सीटों में आम आदमी पार्टी को इस बार पिछली बार के मुकाबले 7-13 सीटों का नुक्सान हो सकता है। पिछली दफा 67 सीट हासिल करने वाली पार्टी इस बार 54-60 सीटें ला सकती है, वहीं भाजपा को 10-14 सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस मुकाबले में कहीं भी नजर नहीं आ रही है और इस बार भी उसे 0-2 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं 51 फीसदी लोगों का मानना है कि शाहीन बाग में चल रहा सी.ए.ए. विरोध प्रदर्शन सही नहीं है जबकि 25 फीसदी लोग इसे सही मानते हैं।