Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 Aug, 2022 06:08 PM
आबकारी नीति पर जारी विवाद के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा उनके पूर्ववर्ती अनिल बैजल के खिलाफ “जानबूझकर भ्रामक” और “निराधार” आरोप लगाए जाने पर “गंभीर आपत्ति” व्यक्त की है
नेशनल डेस्क: आबकारी नीति पर जारी विवाद के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा उनके पूर्ववर्ती अनिल बैजल के खिलाफ “जानबूझकर भ्रामक” और “निराधार” आरोप लगाए जाने पर “गंभीर आपत्ति” व्यक्त की है। राजनिवास ने ट्विटर पर कहा कि सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि उनके सहयोगी इस तरह के “तुच्छ आचरण” से बचें।
आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी संभालने वाले सिसोदिया ने शनिवार को बैजल पर आबकारी नीति और गैर-अनुपालन क्षेत्रों में शराब दुकानों को बंद करने के लिए दिल्ली सरकार की शर्त को लेकर अपना रुख बदलने का आरोप लगाया था। इससे पहले मंगलवार को पूर्व उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सिसोदिया द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को मंगलवार को ‘‘निराधार'' करार दिया।
बैजल ने एक बयान में कहा कि सिसोदिया द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोप “अपनी खाल बचाने के लिए एक हताश आदमी” द्वारा किया जा रहा प्रयास है। राजनिवास ने एक ट्वीट में कहा, “एलजी वी के सक्सेना ने पूर्व एलजी अनिल बैजल द्वारा जारी स्पष्ट बयान को पढ़कर पिछले कुछ दिनों में बैजल के खिलाफ मनीष सिसोदिया और अन्य आप नेताओं द्वारा जानबूझकर भ्रामक, आधारहीन और प्रेरित आरोपों पर गंभीर आपत्ति व्यक्त की।”
बयान में कहा गया, “सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को सलाह दी है कि वह यह सुनिश्चित करें कि सरकार और पार्टी में उनके सहयोगी इस तरह के तुच्छ व्यवहार और बयानबाजी से दूर रहें।” सक्सेना ने आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की सिफारिश की है और कई आबकारी अधिकारियों के निलंबन को भी मंजूरी दी है। दिल्ली सरकार पहले ही नीति को वापस ले चुकी है।