Edited By Pardeep,Updated: 28 Feb, 2020 10:27 PM
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार को लोगों के दबाव के कारण आखिरकार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देनी पड़ी। जावड़ेकर ने ट्वीट किया,...
नई दिल्लीः केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार को लोगों के दबाव के कारण आखिरकार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देनी पड़ी।
जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘‘लोगों के दबाव के कारण आखिर दिल्ली सरकार को जेएनयू मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देनी पड़ी। तीन साल दिल्ली तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यह अनुमति टालते रहे लेकिन आखिर उन्हें जनता के आगे झुकना पड़ा।''उन्होंने कहा कि जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे ,इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह, भारत की बर्बादी तक...जंग चलेगी..जंग चलेगी, एक अफ़ज़ल मारोगे तो हर घर से अफ़ज़ल निकलेगा, अफजल हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है' जैसे दिये नारे देशद्रोही हैं। अब न्याय होगा।
गौरतलब है कि जेएनयू में देशद्रोही नारे लगाने के मामले में दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और दो अन्य के खिलाफ देशद्रोह केस में मुकदमा चलाने की अनुमति दी है।