Edited By Mahima,Updated: 15 Oct, 2024 09:33 AM
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने छठ पूजा के लिए 1000 ‘मॉडल घाट’ बनाने का ऐलान किया है, जो पूर्वांचल के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैयार किए जाएंगे। 70 विधानसभा क्षेत्रों में ये घाट स्थापित होंगे, जिनमें साफ पानी, शौचालय, तंबू, सुरक्षा, और चिकित्सा...
नेशनल डेस्क: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि उनकी सरकार छठ पूजा के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 1000 ‘मॉडल घाट’ तैयार करेगी। यह फैसला विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए किया गया है, जो पूर्वांचल क्षेत्र, यानी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से संबंधित हैं। छठ पूजा एक ऐसा त्योहार है, जिसे लाखों लोग धूमधाम से मनाते हैं और इसकी तैयारी के लिए यह कदम उठाया गया है।
छठ पूजा का महत्व
छठ पूजा का पर्व भारत में विशेष रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। यह त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर सप्तमी तिथि तक चलता है। इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है, जिसमें श्रद्धालु विशेष रूप से स्नान करते हैं और फिर शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं। इस पूजा में सूर्य देवता और उनकी बहन छठ मैया की पूजा की जाती है। भक्त सूर्य देवता से परिवार की समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करते हैं।
दिल्ली सरकार की तैयारी
सीएम आतिशी ने यह भी बताया कि छठ पूजा के अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि 70 विधानसभा क्षेत्रों में ये घाट बनाए जाएंगे, ताकि हर क्षेत्र के श्रद्धालुओं को आसानी से पहुंचने की सुविधा मिले।
आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने घाटों पर कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, जो इस प्रकार हैं:
1. साफ पानी: घाटों पर पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
2. टेंट और शौचालय: अस्थायी टेंट और शौचालय की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को आराम से पूजा करने में कोई दिक्कत न हो।
3. सुरक्षा व्यवस्था: घाटों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।
4. चिकित्सा सुविधाएं: किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।
5. पावर बैकअप: बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पावर बैकअप की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी समय बिजली की कमी का सामना न करना पड़े।
स्वच्छता पर ध्यान
सीएम आतिशी ने खासकर घाटों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि घाटों का वातावरण साफ-सुथरा और सुरक्षित हो। स्वच्छता के लिए स्थानीय छठ पूजा समितियों से भी सुझाव लिए जाएंगे, ताकि उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
स्थानीय समितियों के साथ समन्वय
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्रों की स्थानीय छठ पूजा समितियों के साथ बैठक करें और उनके सुझावों को शामिल करें। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी तैयारियां समय पर और सही तरीके से की जा सकें। इससे न केवल श्रद्धालुओं की आवश्यकताओं को समझा जाएगा, बल्कि उन्हें बेहतर सेवाएं भी मिलेंगी।
छठ पूजा की तारीख
इस साल छठ पूजा की शुरुआत 7 नवंबर 2024 से होगी। यह पर्व विशेष रूप से उन परिवारों के लिए महत्वपूर्ण होता है, जो इस अवसर पर एकत्रित होकर अपने-अपने धार्मिक रिवाजों का पालन करते हैं। पूजा के दौरान लोग दिनभर उपवास रखते हैं और शाम को सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हैं।