Edited By Murari Sharan,Updated: 04 Jun, 2020 03:02 PM
दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों को बढ़ाने का फैसला किया है...
नई दिल्ली/डेस्क। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि अस्पतालों में बेड्स की कमी न हो और लोगों की जिंदगी बचाई जा सके। इसी क्रम में सरकार ने दिल्ली में अब कोविड डेडिकेटेड अस्पताल यानी जहां सिर्फ कोरोना का इलाज होता है ऐसे अस्पतालों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी है। सिसोदिया ने बताया कि अभी तक हमने 5 सरकारी और 3 प्राइवेट अस्पतालों को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाया है। वहीं 61 प्राइवेट अस्पतालों को 20 प्रतिशत तक कोविड-बेड्स रिजर्व करने के लिए कहा था। लेकिन कुछ अस्पतालों को इसमें दिक्कतें आ रही थीं।
जिन अस्पतालों में है दिक्कत उन्हें पूरी तरह से बनाया जाएगा कोविड डेडिकेटड
कुछ अस्पतालों का कहना था कि एक साथ कोरोना और अन्य बीमारियों के इलाज की व्यवस्था करने में उन्हें दिक्कत आ रही है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि जिन अस्पतालों को ये दिक्कत आ रही है उन्हें पूरी तरह से कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
तीन प्राइवेट अस्पतालों को बनाया कोविड डेडिकेटेड
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ये भी बताया कि बुधवार को तीन प्राइवेट अस्पतालों को दिल्ली सरकार ने पूरी तरह से कोविड डेटिकेटड अस्पतालों में परिवर्तित कर दिया है। इनमें से मूलचंद खैराती लाल हॉस्पिटल के 100% बेड जो कुल 140 हैं। इनमें से 14 बेड ईडब्ल्यूएस और बाकी पैड सर्विसेज के होंगे। वही सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के 100% बेड यानी कुल 154 बेड्स में से 15 ईडब्ल्यूएस मरीज के लिए होंगे। इसके अलावा सर गंगाराम अस्पताल के 80% बेड यानी 508 बेड कोविड मरीजों के लिए होंगे।