Edited By Seema Sharma,Updated: 13 Jul, 2022 04:22 PM
देशभर में 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और जरूरतमंदों को दान करने का खास महत्व होता है।
नई दिल्ली: देशभर में 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। आज के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और जरूरतमंदों को दान करने का खास महत्व होता है। इसी के चलते बुधवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर मंगोलपुरी के पार्क के अंदर योग करने वाले स्थानीय लोगों ने यज्ञ करके अपने-अपने गुरुओं को प्रणाम किया। मंगोलपुरी के आर ब्लॉक में पहले तो रोज की तरह यहां आने वाले लोगों ने पार्क में योगा किया उसके बाद विशेष रूप से यज्ञ भी किया गया और गुरु की महत्वता के बारे में बताया।
शास्त्रों के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही वेदों के रचयिता महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। सबसे पहले वेदों की शिक्षा महर्षि वेदव्यास ने ही दी थी, इसलिए हिन्दू धर्म में उन्हें प्रथम गुरु का दर्जा दिया गया है, यही वजह है कि गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।