Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Nov, 2020 04:30 PM
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे सभी अस्पतालों को अधिकृत किया है कि डॉक्टरों की मदद के लिए तय मानदेय पर MBBS के चौथे एवं पांचवे वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे सभी अस्पतालों को अधिकृत किया है कि डॉक्टरों की मदद के लिए तय मानदेय पर MBBS के चौथे एवं पांचवे वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों और इंटर्न की सेवाएं ली जा सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी 18 नवंबर की तारीख वाले आदेश में अस्पतालों को यह अनुमति दी गई है। प्रशासन ने अस्पतालों को यह अनुमति उस वक्त दी है जब कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण उन पर दबाव बढ़ गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 7,486 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से 131 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के कुल मामले पांच लाख से अधिक हो गए और मृतकों की संख्या 7943 हो गई। प्रशासन के आदेश के मुताबिक, covid-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली सरकार के निर्दिष्ट सभी अस्पतालों को अनुमति दी गई है वे ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों के सहयोग के लिए MBBS की चौथे और पांचवे वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्रों, इंटर्न और बीडीएस चिकित्सकों की सेवा ले सकते हैं। इसके बदले इन छात्रों को 8 घंटे की ड्यूटी के लिए रोजाना 1000 रुपए और 12 घंटे की ड्यूटी के लिए 2000 रुपए की मानदेय राशि दी जाएगी। आदेश में कहा गया कि इंटर्न को मिलने वाली यह राशि उनके मानदेय के अतिरिक्त होगी।