Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 09:44 AM
दिल्ली मेट्रो में सफर कर रहे मुसाफिरों की सांसें उस समय अटक गईं जब प्लेटफार्म से मेट्रो दरवाजा बंद होने से पहले ही चल दी। मेट्रो ने रफ्तार पकड़ ली, लेकिन मेट्रो का दरवाजा खुला ही रहा।
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो में सफर कर रहे मुसाफिरों की सांसें उस समय अटक गईं जब प्लेटफार्म से मेट्रो दरवाजा बंद होने से पहले ही चल दी। मेट्रो ने रफ्तार पकड़ ली, लेकिन मेट्रो का दरवाजा खुला ही रहा। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई यात्री गेट के पास नहीं था, जिससे कोई हादसा नहीं हुआ। घटना सोमवार रात करीब 10 बजे की है। इस पूरी घटना को एक यात्री ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया। उन्होंने इस यात्रा के दौरान दूसरे यात्रियों के डर और अनुभव को भी अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। मेट्रो ट्रेन गुड़गांव की तरफ से आकर विश्वविद्यालय की ओर जा रही थी।
चावड़ी बाजार मेट्रो स्टेशन तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन चावडी बाजार से जैसे ही मेट्रो आगे बढ़ी, कोच का एक दरवाजा बंद ही नहीं हुआ। वैसे तो मेट्रो के दरवाजों में सेंसर लगे होते हैं और दरवाजा बंद नहीं होने तक मेट्रो आगे नहीं बढ़ती है, लेकिन यहां कुछ ऐसी तकनीकी खराबी आई कि दरवाजा खुला होने के बावजूद मेट्रो ने रफ्तार पकड़ ली और चांदनी चौक की तरफ बढ़ गई। कश्मीरी गेट तक भी मेट्रों का दरवाजा खुला ही रहा। इस पूरे मामले में डीएमआरसी का कहना है कि तकनीकी खराबी की वजह से आंशिक तौर पर मेट्रो के दरवाजे खुले रह गए लेकिन मेट्रो के स्टाफ ने एहतियात के तौर पर दरवाजे को गार्ड कर लिया, ताकि कोई हादसा न हो। वहीं यात्रियों ने कहा कि उनके लिए यह अनुभव काफी डरावना रहा, क्योंकि मेट्रो का सफर सुरक्षित माना जाता है, ऐसे में इस तरह की भयंकर लापरवाही जानलेवा भी हो सकती थी।