Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Sep, 2024 01:30 PM
बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 दर्ज की गई है। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों और कर्मचारी अपने-अपने ऑफिसों से बाहर निकल आए। विशेषज्ञों के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र...
नेशनल डेस्क: बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 दर्ज की गई है। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों और कर्मचारी अपने-अपने ऑफिसों से बाहर निकल आए। गनीमत रही कि इस भूकंप से किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र पाकिस्तान में था।
कब आता है भूकंप
भूकंप तब आता है जब धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेट्स आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं, एक-दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं, या फिर एक-दूसरे से दूर हो जाती हैं। धरती के अंदर कुल सात टेक्टोनिक प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। इन प्लेट्स के बीच होने वाली हलचल के कारण जमीन हिलती है, जिसे हम भूकंप कहते हैं।
भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए 'रिक्टर स्केल' का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे 'रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल' भी कहा जाता है। यह स्केल 1 से 9 तक होती है। अगर किसी जगह पर भूकंप की तीव्रता 1 है, तो इसका मतलब है कि वहां कम ऊर्जा निकल रही है, जबकि 9 की तीव्रता का मतलब है कि बहुत ज्यादा ऊर्जा निकल रही है, जो बहुत खतरनाक और विनाशकारी हो सकती है।
An earthquake with a magnitude of 5.8 on the Richter Scale hit Pakistan at 12:58 pm (IST) today: National Center for Seismology pic.twitter.com/zhBonY3YTb
— ANI (@ANI) September 11, 2024
भूकंप का केंद्र, जिसे 'एपिसेंटर' कहते हैं, उसी जगह को कहते हैं जहां से भूकंप की ऊर्जा निकलती है। भूकंप के झटके उस जगह से दूर जाते-जाते कमजोर हो जाते हैं। अगर रिक्टर स्केल पर किसी भूकंप की तीव्रता 7 होती है, तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटके महसूस होते हैं।