Edited By Anil dev,Updated: 14 Sep, 2018 11:16 AM
राजधानी दिल्ली के ओखला स्टेशन से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंची आग से बीती देर रात बड़ी तबाही होते-होते बची। करीब 48 टैंकर क्षमता की बीटीपीएन टैंक वैगन के एक टैंकर में आग ओखला स्टेशन पर लगी। मालगाड़ी के ड्राइवर द्वारा सही समय जानकारी देने के...
नई दिल्ली(महेश केजरीवाल): राजधानी दिल्ली के ओखला स्टेशन से निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पहुंची आग से बीती देर रात बड़ी तबाही होते-होते बची। करीब 48 टैंकर क्षमता की बीटीपीएन टैंक वैगन के एक टैंकर में आग ओखला स्टेशन पर लगी। मालगाड़ी के ड्राइवर द्वारा सही समय जानकारी देने के कारण दिल्ली में बड़ा हादसा टल गया। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार और वीरवार रात 12.17 मिनट पर 48 टैंकर क्षमता की पेट्रोलियम रेक में से एक टैंकर में आग लग गई।
लड़कों ने की ट्रेन के ड्राइवर को सचेत करने की कोशिश
बताते हैं कि आग ओखला स्टेशन पर लगी थी। इसके बाद आश्रम फ्लाईओवर पहुंचने के दौरान टैंकर से निकलते आग को देखकर झुग्गियों में रहनेवाले कुछ लड़कों ने भी पत्थर फेंककर भी ट्रेन के ड्राइवर को सचेत करने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद वापसी दिशा में जा रही मालगाड़ी के ड्राइवर ने आग को देखकर इसकी तुरंत सूचना पावर केबिन को दिया। इसके बाद ट्रेन के निजामुद्दीन स्टेशन पहुंचने के बाद पीछे से कुछ टैंकर को अलग कर दिया। सूचना पूर्व में ही मिलने के कारण दमकल विभाग के कर्मियों ने सूझ-बूझ से आग पर काबू पाया।
सूचना मिलते ही आला अधिकारी स्टेशन पर पहुंचे
रेलवे के अनुसार टैंकर हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 और 2 के बीच मेन लाइन से चली थी। चलने के बाद पीछे से छह नंबर टंैकर के ऊपर खुले ढक्कन में आग लग गई। घटना के समय स्टेशन पर कोई यात्री ट्रेन नहीं थी। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग, सुरक्षा बल और आला अधिकारी स्टेशन पर पहुंचे। इसके बाद करीब 12 बजकर 40 मिनट पर टैंकर रैक को रवाना किया गया। एक टैंकर में करीब 54 टन पेट्रोल होता है। ऐसे में टैंकर में आग लगने की स्थिति में न केवल स्टेशन बल्कि इसके जद में कई किलोमीटर का क्षेत्र तबाह हो जाता। रेलवे के अनुसार कुछ वर्ष पहले भी महाराष्ट्र के पनवेल में ऐसी ही घटना घटी थी।