Edited By Seema Sharma,Updated: 02 May, 2021 10:43 AM
कोरोना का इससे बड़ा सितम और क्या होगा कि अपने अपनों को आखिरी वक्त में न तो अच्छे से देख पा रहे हैं और न ही संस्कार कर पा रहे हैं। मध्य दिल्ली के नबी करीम स्थित एक होटल में अफगानिस्तान सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने इसकी...
नेशनल डेस्क: कोरोना का इससे बड़ा सितम और क्या होगा कि अपने अपनों को आखिरी वक्त में न तो अच्छे से देख पा रहे हैं और न ही संस्कार कर पा रहे हैं। मध्य दिल्ली के नबी करीम स्थित एक होटल में अफगानिस्तान सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी अफगानिस्तान में उनके परिवार को दी तो उन्होंने भारत आने में असमर्थता जताई। इसके बाद अफगानिस्तान दूतावास अधिकारियों की मौजूदगी में दिल्ली पुलिस ने दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में बुजुर्ग मोहम्मद रहीम वर्धक को सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया। मोहम्मद रहीम 20 मार्च से नबी करीम के एक होटल में रुके हुए थे। वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए दिल्ली आए थे। इस दौरान वह कोरोना संक्रमित हो गए और उनकी मौत हो गई।
रहीम की पत्नी 24 अप्रैल को ही वापस अपने देश लौट गई थीं। बतााय जा रहा है कि रहीम वर्धक की पत्नी कोबरा वर्धक कैंसर से पीड़ित थी। 20 मार्च को वह अपनी पत्नी के साथ भारत आए थे। यहां अपोलो अस्पताल में उनकी पत्नी का इलाज चल रहा था। तभी से वह नबी करीम के होटल में रुके हुए थे। इस दौरान 20 अप्रैल को कोबरा कोरोना पॉजिटिव हो गई। रहीम ने अपना टेस्ट नहीं करवाया था, उनको 24 अप्रैल को वापस अफगानिस्तान लौटना था लेकिन 23 को उनकी मौत हो गई। कोबरा अपने दूतावास की मदद से 24 अप्रैल को वापस अपने देश लौट गई।
जब दिल्ली पुलिस ने दूतावास के जरिए रहीम के परिवार से संपर्क किया तो उनके बेटे नासिर ने भारत आने में असमर्थता जताते हुए कहा कि पिता को वहीं दफना दें। दूतावास के अधिकारी अतीकुर्रहमान की मौजूदगी में पुलिस ने 27 अप्रैल को रहीम वर्धक को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि रहीम अफगानिस्तान सेना के बड़े अधिकारी थे। उनको कई मेडल मिल चुके थे।