Edited By Anil dev,Updated: 28 Dec, 2018 11:14 AM
हवा की कम गति जैसे प्रतिकूल मौसमी कारकों के कारण शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गयी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) एक बार फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में...
नई दिल्ली: हवा की कम गति जैसे प्रतिकूल मौसमी कारकों के कारण शुक्रवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्थिति में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) एक बार फिर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है।
प्रदूषण ने बढ़ाए अस्पतालों में मरीज
दिल्ली में कहर बरपाती ठंड और जहरीली हवा ने अस्पतालों में मरीजों की कतार को और भी ज्यादा बड़ा बना दिया है। इससे न केवल मरीजों का इंतजार बढ़ रहा है बल्कि भारी तादाद में अस्पताल आए मरीजों के उपचार में डॉक्टरों के भी पसीने छूट रहे हैं। अस्पताल में सीमित संसाधनों के बीच सूबे के अस्पतालों में मरीजों को उपचार में व्यस्त डॉक्टरों को कई बार नाश्ते और भोजन तक नसीब नहीं हो रहा।
ज्यादातर मरीज अस्थमा से पीड़ित
डॉक्टरों के मुताबिक अस्पताल पहुंचने वाले दो श्रेणी के मरीजों में बढ़ोत्तरी पाई गई है। पहली श्रेणी उन मरीजों की है जिनकी उम्र पांच वर्ष से कम है और दूसरी श्रेणी के मरीजों की उम्र 50 वर्ष से अधिक है। इनमें से ज्यादातर मरीजों को अस्थमा की समस्या है। वहीं कुछ सर्दी, जुकाम, बुखार, शरीर में होने वाले दर्द से प्रभावित हैं। वहीं बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को साल में दूसरी बार सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया। रविवार को समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 450 दर्ज किया गया।
लगातार ‘‘गंभीर’’ बनी रही वायु गुणवत्ता
सोमवार और मंगलवार को वायु गुणवत्ता लगातार ‘‘गंभीर’’ बनी रही । बुधवार को इसमें थोड़ा बदलाव आया और यह गंभीर से बेहद खराब हो गयी । गुरूवार को हवा की गुणवत्ता और खराब हुई और यह फिर से गंभीर स्थिति में आ गयी ।