Edited By vasudha,Updated: 22 Oct, 2019 03:51 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार उन सभी सड़कों का ढांचा और डिजाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बदलेगी जिनकी देखरेख लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) करता है...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार उन सभी सड़कों का ढांचा और डिजाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बदलेगी जिनकी देखरेख लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) करता है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में सरकार ने 45 किलोमीटर की नौ सड़कों का चयन प्रायोगिक आधार पर किया है। दिल्ली में पीडब्ल्यूडी लगभग 1,260 किलोमीटर सड़कों की देखरेख करता है।
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में सभी (पीडब्ल्यूडी) सड़कों को फिर से डिजाइन किया जायेगा जिसके तहत कमियों को दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हमने प्रायोगिक आधार पर नौ सड़कों का चयन किया हैं। सड़क के एक खंड को फिर से डिजाइन किये जाने के कार्य का आदेश जारी किया गया है। नौ सड़कों के पुन: डिजाइन का काम एक साल के भीतर पूरा किया जायेगा।
केजरीवाल ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के तहत जिन सड़कों की देखरेख का काम आता है, उन सभी सड़कों का डिजाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जाएगा। सड़कों का ढांचा भी बदला जायेगा और मोटरविहीन वाहनों तथा दिव्यांग लोगों के आने जाने के लिए जगह बनाई जाएगी। परियोजना की लागत करीब 400 करोड़ रुपए होगी और इससे सड़क की उपयोगिता और क्षमता में इजाफा होगा।
पहले चरण में जिन सड़कों का चयन किया गया है, उनमें एम्स से आश्रम और विकास मार्ग (लक्ष्मी नगर चुंगी) से लेकर कड़कड़ी मोड़ तक के मार्ग, मायापुरी से मोती बाग, वजीराबाद डिपो से रिठाला, ब्रिटानिया चौक से पश्चिम एंक्लेव, शिवदासपुरी से पटेल मार्ग, नरवाना रोड़, आंबेडकर मार्ग से डिफेंस कॉलोनी और कश्मीरी गेट के निकट निगमबोध घाट से मैगजीन सड़क शामिल हैं। केजरीवाल ने कहा कि इस परियोजना के तहत फिर से डिजाइन की गई सड़कों पर ऑटो और ई-रिक्शा के लिए अलग से स्टैंड होंगे।