Edited By shukdev,Updated: 14 May, 2019 10:08 PM
राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के कारण प्रदूषकों के धुलने से वायु गुणवत्ता में सुधार आया है और मंगलवार को वह ‘मध्यम'' श्रेणी में पहुंच गई। वायु गुणवत्ता प्रणाली तथा मौसम पूर्वानुमान एवं शोध संस्थान (सफर) के अनुसार, मंगलवार को शहर का वायु गुणवत्ता...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में बारिश के कारण प्रदूषकों के धुलने से वायु गुणवत्ता में सुधार आया है और मंगलवार को वह ‘मध्यम' श्रेणी में पहुंच गई। वायु गुणवत्ता प्रणाली तथा मौसम पूर्वानुमान एवं शोध संस्थान (सफर) के अनुसार, मंगलवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 138 दर्ज किया जबकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली का एक्यूआई 147 दर्ज किया गया।
0 और 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘अच्छा', 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक', 101 से 200 के बीच ‘मध्यम', 201 से 300 के बीच ‘खराब', 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर' श्रेणी का माना जाता है। बारिश के कारण दिल्ली में कुल वायु गुणवत्ता ‘मध्यम' श्रेणी में रही। सफर ने कहा कि पीएम 2.5 (हवा में 2.5 माइक्रोमीटर से कम मोटाई के कणों) का स्तर 64 और पीएम 10 का स्तर 156 दर्ज किया गया।
सफर ने कहा, ‘वायु गुणवत्ता में और सुधार होगा और आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश/गरज के साथ छीटों के कारण बुधवार तक संतोषजनक होगा। हालांकि सफर का मॉडल अनुमान लगाता है कि एक्यूआई 17 मई तक ‘खराब' श्रेणी में जा सकता है क्योंकि ऊपरी हवाएं उत्तर भारत में पराली जलाने के कुछ असर को ला सकती है। हालांकि सर्दियों के विपरीत हवाएं इतनी तेज है कि वह प्रदूषकों को जल्दी से तितर बितर कर सकती है।' उत्तर पश्चिम दिल्ली में धूल भरी आंधी के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता पिछले कुछ दिनों से ‘बहुत खराब' और ‘गंभीर' श्रेणी के बीच थी।