Edited By shukdev,Updated: 16 Nov, 2018 09:21 PM
शहर में बारिश के मद्देनजर प्रदूषण से मिली कुछ राहत के बाद दिल्ली की वायु गणवत्ता शुक्रवार को फिर से बिगड़कर ‘खराब’ और ‘अत्यंत खराब’ की श्रेणी में बनी रही। अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषक तत्वों का बिखराव धीमा होने के कारण वायु की गुणवत्ता बिगड़ी।...
नई दिल्ली: शहर में बारिश के मद्देनजर प्रदूषण से मिली कुछ राहत के बाद दिल्ली की वायु गणवत्ता शुक्रवार को फिर से बिगड़कर ‘खराब’ और ‘अत्यंत खराब’ की श्रेणी में बनी रही। अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषक तत्वों का बिखराव धीमा होने के कारण वायु की गुणवत्ता बिगड़ी। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) के मुताबिक समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 339 दर्ज किया गया जो ‘अत्यंत खराब’ की श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के मुताबिक समग्र एक्यूआई 282 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ की श्रेणी में आता है।
अधिकारियों ने बताया कि बारिश में प्रदूषक तत्वों के बह जाने से पिछले दो दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया। लेकिन बारिश खत्म होते ही शुक्रवार को प्रदूषण स्तर फिर से बढ़ गया। सफर ने कहा, ‘शनिवार तक प्रदूषण स्तर और बिगड़ सकता है लेकिन यह ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में ही बना रहेगा। हवा की रफ्तार बेहतर है लेकिन नमी की वजह से हवा की धारण क्षमता भी अधिक है जो प्रतिकूल है।’ रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटे में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ गई हैं जिनका दिल्ली के प्रदूषण में 8 से 10 प्रतिशत योगदान हो सकता है।
सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को शहर में हवा में अति सूक्ष्म कणों -पीएम 2.5 का स्तर 140 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 234 रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को ‘अच्छा’, 51 से 100 तक ‘संतोषजनक’, 101 से 200 तक ‘सामान्य’, 201 से 300 के स्तर को ‘खराब’, 301 से 400 के स्तर को ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के स्तर को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।