Edited By Anil dev,Updated: 05 Feb, 2020 04:36 PM
दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं। इस दौरान यहां कई तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं। बुधवार को हुई एक और घटना ने लोगों का ध्यान शाहीन बाग की तरफ खींचा है। दरअसल एक संदिग्ध महिला इस धरना प्रदर्शन वाली...
नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन 50 दिन से ज्यादा हो चुके हैं। इस दौरान यहां कई तरह की घटनाएं देखने को मिली हैं। बुधवार को हुई एक और घटना ने लोगों का ध्यान शाहीन बाग की तरफ खींचा है। दरअसल एक संदिग्ध महिला इस धरना प्रदर्शन वाली जगह पहुंची जहां वो बुर्के में कैमरा छुपाकर ले गई थी वो महिला चुपचाप प्रदर्शनकारी महिलाओं के बीच बैठकर चुपके से वहां का वीडियो बनाने लगी।
प्रदर्शनकारी महिलाओं की नजर में आने के बाद वहां हंगामा मच गया। उन्होंने तुंरत पुलिस को इस बात की जानकारी दी। महिला की पहचान राजनैतिक विश्लेषक गुंजा कपूर के रुप हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह भीड़ से बचाकर उन्हें बाहर निकाला। गुंजा की वहां मौजूदगी पर प्रदर्शनकारियों ने आपत्ति जताई थी। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि गुंजा बुर्का पहने हुई थीं और उनकी रिकॉर्डिंग कर रहीं थी।
लंबे समय से चल रहा विरोध प्रदर्शन
बता दें कि करीब डेढ़ महीने से ज्यादा समय से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन हो रहा है। पूरे देश में शाहीन बाग चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं दिल्ली में शाहीन बाग को लेकर जमकर राजनीति भी हो रही है। बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनावों के बीच आक्रामक रुख अपनाते हुए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर शाहीन बाग के लोगों का समर्थ करने और उनका सहयोग करने का आरोप लगा रही है। दरअसल, शाहीन बाग के प्रदर्शन के चलते लंबे समय शाहीन बाग और कालिंदी कुंज रोड बंद है। जिसके चलते नोएडा से दिल्ली आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।